Top 10 News Papers in India डिजिटल मीडिया के आने से प्रिंट मीडिया में कुछ बदलाव जरूर हुआ है. लेकिन, प्रिंट मीडिया में भी अजीब क्रांति आ गई है. जब तक डिजिटल मीडिया ने मीडिया की दुनिया में कदम नहीं रखा था, तो खबरों के लिए कई न्यूज़ रिपोर्टर रखना होता था. समय से यह खबर प्रिंट मीडिया हाउस तक पहुँच भी नहीं पाता था. ऐसे में आज का खबर कल के अख़बार में और कल का खबर आने वाले दिनों में आता था. ऐसे में देश दुनिया में क्या चल रहा है इसके लिए टेलीविज़न के सामने रात के 8:45 में समय देना होता था. इसके साथ ही कुछ समाचार पत्रों का भी सहारा लेना पड़ता था.
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डिजिटल मीडिया के आ जाने से कई बदलाव हुआ. जैसे आज कहीं भी कोई बात होते ही अगले ही कुछ सेकंड या लाइव ही घटना की जानकारी मिल जाती है. यह सिर्फ और सिर्फ डिजिटल मीडिया के आने से हुआ. डिजिटल मीडिया के आने से प्रिंट मीडिया को बहुत आसानी से और कम समय में खबर मिलने लगा जिससे हर खबर समय से छापना शुरू हो गया. डिजिटल मीडिया के फायदे और नुकसान को हम किसी और में जानेंगें. यहाँ हम जानेंगे Top 10 Newspapers in India देश में कई न्यूज़ एजेंसीज काम कर रही है. कई तो ऐसे न्यूज़ पेपर हैं जिसका जिसका सर्कुलेशन सिर्फ एक शहर तक ही सीमित है.
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Top 10 Newspapers in India
डिजिटल मीडिया में कितनी भी क्रांति आ जाये लेकिन, लेकिन प्रिंट मीडिया कभी ख़त्म नहीं होगा. आज कई ऐसे ब्लोग्गेर्स और TechSavy हैं जो kindle पर किताब पढने का लुफ्त उठा सकते हैं लेकिन, आज भी वो प्रिंट बुक Hइ पढना पसंद करते हैं. प्रिंट कॉपी पढने से आसानी से अंडरलाइन कर सकते हो. यदि कुछ लिखना हो तो लिख सकते हो. मैं भी प्रिंट बुक ही पढता हूँ.
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Dainik Bhaskar
दैनिक भास्कर भारत का एक प्रमुख हिंदी दैनिक समाचारपत्र है. प्रिंट मीडिया के अलावे डिजिटल मीडिया में इसका कीर्तिमान है. प्रिंट मीडिया के साथ यह ePaper के रूप में भी उपलब्ध है. देश में यह 12 राज्यों से 37 संस्करण में प्रकाशित किया जाता है. भाषा का ध्यान रखते हुए यह कई अन्य भाषओं में भी खबर प्रकाशित कर रही है. जैसे गुजरती भाषा में दिव्य भास्कर और डीएनए अंग्रेजी में इसके साथ ही पत्रिका के रूप में अहा ज़िंदगी भी प्रकाशित कर रही है. वर्ष 2015 में यह देश का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अखबार बना. 2015 में जब दैनिक भास्कर अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए बिहार में शुरुआत कर रही थी तो कई मार्केटिंग और Surveyer टीम के साथ बहुत कम दिनों बिहार में में भी खुद को स्थापित करने में कामयाब रहा. इसके अलावे कई ऐसे लोग हैं जो Money Bhaskar से बहुत कुछ सीख कर खुद का बिज़नस बना सकें.
वर्ष 1956 में दैनिक भास्कर ने पहला समाचार पत्र भोपाल में सुबह सवेरे नाम से प्रकाशित किया था. वर्ष 1957 में अंग्रेजी नाम गुड मॉर्निंग इंडिया से ग्वालियर में प्रकाशित किया था. इसके एक वर्ष बाद 1958 में नाम परिवर्तित कर इसे भास्कर समाचार रख दिया गया. वर्ष 2010 में फिर से इसके नाम में संसोधन कर दैनिक भास्कर रखा गया, जो वर्तमान में भी है. उसी समय से यह देश की सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला और विश्वसनीय अख़बार बना हुआ है. 1995 में यह मध्य प्रदेश का शीर्ष समाचार पत्र बन गया. इसके बाद इसने बहुत ही निर्णायक फैसलें के साथ मध्य प्रदेश के बाहर भी इसका प्रसार करना शुरू कर दिया. 1996 में जयपुर में समाचार पत्र शुरू किया और एक ही दिन में 50,000 प्रतियाँ बेच कर दूसरा स्थान प्राप्त किया. इसके बाद दैनिक भास्कर कई उतर और चढ़ाव के बाद वर्ष 1999 में शीर्ष पर रहे राजस्थान पत्रिका को पीछे छोड़ पहले स्थान पर आ गया. वर्ष 2000 में चंडीगढ़ में शीर्ष पर रहे अंग्रेज़ी अखबार द ट्रीबिउन, जिसकी 50,000 प्रतियाँ बिकती थी, उसे पीछे छोड़ 69,000 प्रतियाँ बेची और प्रथम स्थान प्राप्त किया.
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आजादी से लेकर 2015 तक केवल अंग्रेज़ी अखबार ही देश में सबसे अधिक पढ़े जाने वाले अखबार होते थे. 2015 में पहली बार दैनिक भास्कर देश का सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अखबार बना.
Dainik Jagran
भारत बहुत बड़ा देश है और यहाँ के राज्य की इतनी आबादी है कि कई देश शामिल हो सकते हैं. दैनिक जागरण उत्तर भारत में पढ़ा जाने वाला सर्वाधिक लोकप्रिय समाचारपत्र है. पिछले कई वर्षो यह सर्वाधिक पढ़े जाने वाला और सर्वाधिक प्रसार संख्या वाला समाचार-पत्र बन चुका है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि विश्व समाचारपत्र संघ ने यह पुष्टि किया कि डिजिटल मीडिया इस कदर हमें घेर चुका है फिर भी यह समाचारपत्र विश्व का सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला दैनिक है. वर्ष 2008 में बीबीसी और रॉयटर्स की नामावली के अनुसार दैनिक जागरण भारत में समाचारों का सबसे विश्वसनीय स्रोत दैनिक जागरण है.
दैनिक जागरण की शुरुआत आक्रामक स्वतन्त्रता सेनानी श्री पूर्णचन्द्र गुप्त ने 1942 में किया था. 1942 में अंग्रेज़ों की अधिनस्तता से मुक्त होने के लिए भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम अपने चरम पर था. अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन इस संघर्ष का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था. इसी निर्णायक मोड़ पर स्वर्गीय पूर्णचन्द्र गुप्त ने दैनिक जागरण का नींव रखा. इसका पहला संस्करण 1942 में झांसी से जारी किया गया था. वर्ष 1947 में इसका मुख्यालय झाँसी से कानपुर बना दिया गया. दैनिक भास्कर अपने अख़बार के साथ कुछ ऐसे पत्रिका जैसे झंकार, यात्रा, संगिनी, जोश, नई राहें को शामिल किया जो इसे आगे बढ़ने में बहुत मदद किया. इसके अलावे दैनिक जागरण ग्रुप ने शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत योगदान दिया है.
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Punjab Kesari
पंजाब केसरी की शुरुआत लाला जगत नारायण ने वर्ष 1965 में किया था. लाला जगत नारायण एक भारतीय स्वतंत्रता सैनानी, विधान सभा सदस्य, लोक सभा सदस्य और हिन्द समाचार मीडिया ग्रुप के फाउंडर रह चुके हैं. इनका जन्म वजीराबाद, गुजरांवाला (जिला) में हुआ था. जो अभी पाकिस्तान में है. पंजाब केसरी की शुरुआत द हिन्द समाचार लिमिटेड बैनर के तले हुआ है. पंजाब केसरी आज पंजाब की सबसे बड़ी मीडिया ग्रुप है. जो पंजाब के कई हिस्सों से समाचार पत्र के प्रकाशन का काम कर रही है.
पंजाब केसरी की कहानी अजय देवगन पर फिल्माया गया फिल्म गंगाजल की कहानी से कुछ कम नहीं है. बहुत संघर्ष और कई जान गवांने के बाद भी इसके संस्थापक ने हहर नहीं माना और लगातार काम करते रहें. आज पंजाब केसरी भारत का प्रमुख हिन्दी दैनिक समाचार पत्र में से एक है. यह भारत के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, जम्मू कश्मीर आदि राज्यों के विभिन्न नगरों से प्रकाशित होता है. आतंकवाद के दौर में आतंक के खिलाफ आवाज उठाने वाले पंजाब केसरी अखबार के संस्थापक, सम्पादक लाला जगतनारायण को आतंकवादियों ने गोलियों से भून डाला था. आतंकवादी का कोई मजहब नहीं होता है न ही ये किसी के सगे होते इनका मकसद सिर्फ आतंक फैलाना होता है. लाला जगत नारायण के बाद इनके बेटे रमेशचन्द्र को भी आतंकवादियों ने मार डाला. किसी अन्य पोस्ट में पंजाब केसरी ग्रुप के सभी चेहरे से रूबरू करवाऊंगा. यह पोस्ट Top 10 Newspapers in India के बारें में लिखा जा रहा है तो उसे आगे बढ़ाते है.
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पंजाब केसरी का शुरुआत वर्ष 1964 में जालन्धर से हुआ. लाला जगतनारायण इस इस समाचार पत्र के संस्थापक थे. यह पंजाब का लोकप्रिय दैनिक समाचार पत्र है. कुछ वर्ष बाद पंजाबी पढने वाले लोगों के लिए पंजाबी भाषा में जगबानी का भी प्रकाशन शुरू किया गया. पंजाब केसरी कई अलग – अलग पत्रिकाएं भी अपने समाचार पत्र के साथ शामिल किया. जैसे रविवासरीय, व्यंग्य विनोद, कला संस्कृति, कहानी, महिला और खिलाड़ी संस्करण. हर दिन यह अपने समाचार पत्र में कुछ विशेष संस्करण रखता है. पंजाब केसरी आज भी बहुत ही निर्भीकता के साथ खबर छापता है. इसी निर्भीकता के कारण लाला जगतनारायण और उनके पुत्र रमेश चन्द्र की आंतकवादियों ने हत्या कर दी थी. वर्तमान समय में इस समाचार पत्र के संपादक श्री विजय कुमार चोपड़ा हैं. हर घर में समय के साथ कहानी एक मोड़ लेती है. कुछ ऐसा ही यहाँ भी हुआ और पंजाब केसरी का दिल्ली संस्करण अश्विनी चोपड़ा प्रकाशित करने लगे.
HT Media Ltd.
हिंदुस्तान दैनिक या हिंदुस्तान यह देश की तीसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली NewsPaper है. हिंदुस्तान मीडिया के तहत यह समाचार पत्र बिहार, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के अलावे दिल्ली से प्रकाशित की जाती है. हिंदुस्तान बिहार राज्य की सबसे विश्वसनीय अख़बारों में से एक है. बिहार के इसका सर्कुलेशन भी बहुत जयादा है. HT Media हिंदुस्तान समाचार पत्र के साथ कई अन्य ऑनलाइन पोर्टल भी चलती है. जिसमें से एक Shine.Com है. जो एक जॉब पोर्टल है. Hindustan Media Ltd. की शुरुआत 12 April 1936 में हुआ था. यह ग्रुप अंग्रेजी में Hindustan Times और Mint भी प्रकाशित करती है.
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Amar Ujala
अमर उजाला 20 संस्करण के साथ 7 राज्य और एक केंद्र शाशित प्रदेश के साथ देश का 180 जिला में प्रकाशित किया जा रहा है. भारतीय रीडरशिप सर्वे 2017 के अनुसार यह देश की तीसरी सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला समाचार पत्र है. अमर उजाला की शुरुआत 1948 में आगरा से हुआ था. अमर उजाला प्रतिदिन 16 से 18 पन्नों का अख़बार प्रकाशित करती है. अमर उजाला की शुरुआत आगरा से जरूर हुआ है. लेकिन, आज इसका हेड ऑफिस Connaught Place, दिल्ली में है.
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Rajasthan Patrika
राजस्थान पत्रिका की शुरुआत 62 वर्ष पहले 07 मार्च 1956 में कपूर चन्द्र कुलिश ने किया था. इसका हेड क्वार्टर जयपुर राजस्थान में है. राजस्थान के अलावे 7 और अन्य राज्यों से भी यह प्रकाशित होता है. भारतीय रीडरशिप सर्वे 2013 के अनुसार यह चौथा सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला समाचार पत्र है. Rajsthan Patrika ने डिजिटल दुनिया में भी अपना नाम बनाया और इसका डिजिटल प्लेटफार्म बहुत ज्यादा नाम कमा रही है. सोशल मीडिया में कुछ अलग करने की शुरुआत राजस्थान पत्रिका ने ही किया था. जैसे सभी राज्य का अलग फेसबुक पेज बना रही थी.
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इसके अलावे भी कुछ और भी समाचार पत्र है जो Top 10 Newsparers in India की लिस्ट में शामिल किया गया है. लेकिन उसके बारें में विस्तृत जानकारी शेयर नहीं किया गया है.
- Prabhat Khabar
- Jansatta
- Hari Bhoomi
- Nav Bharat Times
- Jan Morcha
- Dainik Savera Times
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Iske Alawa aur bhi to top newspaper hai. Unke baare me bhi jaankari deni chahiye.
योगेन्द्र जी आप उनका नाम कमेंट में बताएं हम जरूर उन्हें भी शामिल करेंगे.
Bahut badhiya list