UPSC Kya Hai और युपीएससी एग्जाम की तैयारी कैसे और कहां से कर सकते हैं आज इसके बारें में विस्तार से बात करेंगें. आज के इस जानकारी में हम बात करेंगें युपीएससी क्या है (What is UPSC in Hindi) युपीएससी एग्जाम की योगयता क्या है (Eligibility for UPSC Exam) युपीएससी एग्जाम की तैयारी कैसे करे (UPSC Exam Preparation) युपीएससी एग्जाम के बाद सैलरी कितनी होती है (What is the salary after the UPSC exam) सभी सवालों का जवाब लेकर हम फिर से हाज़िर हो गए हैं.
कुछ दिन पहले Youtube पर एक विडियो देखा उसमें कई ऐसे लोग थे जो प्राइवेट और कुछ सरकारी संस्थान में बहुत अच्छी नौकरी में कार्यरत थे लेकिन, फिर भी UPSC से प्यार हो गया. उन्हें सुन कर ऐसा लगा कब तक यह एक तरफ़ा रहेगा एक न एक दिन तो यह मुझे अपना ही लेगा. जहां तक मैं समझता हूं, यदि किसी ने सही से UPSC Preparation किया है तो चयन जरूर होगा संयोग वश यदि चयन नहीं होता है तो ऐसे में वह एक बेहतर मार्गदर्शक (UPSC Tutor) बन सकता है आपने अनुभव से कई अन्य लोगों को सिखा सकता है.
कोई प्यार में धोखा खाने के बाद UPSC की तरफ देखता है तो किसी का बचपन से सपना होता है. यह बात सही है मेट्रो सिटी के लड़के एक से धोखा खाने के बाद या तो ठेके के बाहर नज़र आते हैं या कहीं और कोशिश में लग जाते हैं. लेकिन, बिहार, यूपी के लड़को को UPSC का रास्ता दिखता है. अब यह कथन कितना सही है इसका कोई प्रमाणपत्र हमारे पास अभी उपलब्ध नहीं है.
देश का एक बहुत बड़ा हिस्सा प्राइवेट कंपनी में काम कर अपना जीवन यापन कर रही है. कुछ किस्मत वाले लोग हैं जो सरकारी नौकरी का सुख ले रहे है, उनमें से भी बहुत कम ऐसे मेहनती किस्मत वाले हैं जो प्रशाशनिक पद कार्यरत है. जब भी किसी बड़ा पद का ख्याल आता है तो UPSC EXAM भी याद आता है. देश के सभी सरकारी विभाग में एक बहुत बड़ा वाला अफसर होता है जिसके चयन के लिए बहुत बड़े स्तर पर परीक्षा आयोजित किया जाता है और यह परीक्षा UPSC (Union Public Service Commission) करवाती है.
Table of Contents
युपीएससी क्या है (What is UPSC in Hindi)
जब भी कान में कोई ध्वनि जाता है तो कई सवाल मन में उबाल मारने लगता है. बचपन में UPSC सुनते ही कई सवाल और जवाब सामने आता था उसमें से कुछ आज भी है यदि आपने कमेन्ट में पूछा तो अगले पोस्ट में जरूर शेयर करूंगा. एक सवाल जरूर बता देता हूं, UPSC सुनते ही लगता था एक बार जिसका चयन यहाँ हो गया असल में नौकरी वही करता है. वैसे तो हर सरकारी में सुविधा कि कोई कमी नहीं है लेकिन, UPSC का कोई तोर नहीं है. अक्सर आपने भी देखा होगा IAS, IPS का रुतबा पॉवर. लेकिन, पैसे के सामने सब फीका है. मुझे यह लिखते हुए अच्छा नहीं लग रहा है फिर भी लिख रहा हूं, आज UPSC (IAS, IPS, IRS, IFS, IAAS) इससे भी ऊँचा एक पोस्ट है. भले ही इस पोस्ट का समय सीमा कम है लेकिन, इनके सामने UPSC भी कुछ नहीं है. जब तक ऐसा रहा नए भारत का निर्माण नामुमकिन है.
शिक्षा ऋण Education Loan Kya Hai Education Loan Kaise Milega
मैं टोपिक से भटक गया लेकिन, जो सच है उसे भी बताना जरूरी है. हम बात कर रहे थे UPSC क्या है? What is UPSC? यूपीएससी भारत की प्रमुख केन्द्रिय भर्ती एजेंसी है. UPSC ही All India Civil Services Exam का प्रबंधन करती है. UPSC के अंतर्गत होने वाले बहाली में देश का सभी सर्वश्रेष्ठ सेवाएं सामिल है. UPSC Exam Agency का मुख्य काम Group A और Group B में अधिकारीयों को Civil Service में भारती करना है.
UPSC full form kya hai?
UPSC FULL FORM – Union Public Service Commission और हिंदी में इसे संघ लोक सेवा आयोग कहते हैं. अक्सर आपने देखा होगा चयन होने के बाद लोग संघ लोग सेवा आयोग के बाहर खड़े होकर फोटो जरूर खिचवाते है. अब तो सोशल मीडिया के ज़माने में समय से Facebook और WhatsApp Status पर शेयर कर देते हैं.
History of UPSC
आजादी के बाद सन 1950 में लोक सेवा आयोग (PSC) में कुछ बदलाव कर इसके अधिकारों में विस्तार कर इसे संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का नाम दिया गया. इसका भी मुख्य कार्य प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी के अधिकारीयों या सिविल सेवकों का चयन करना हैं. UPSC के माध्यम से ही देश में आईएएस/आईपीएस के आलावा अन्य कई ग्रेड A एवं ग्रेड B के अधिकारीयों की भर्ती की जाती हैं.
- पहला पब्लिक सर्विस कमीशन 01 अक्टूबर, 1926 को स्थापित हुआ था. आजादी के बाद संवैधानिक प्रावधानों के तहत 26 अक्टूबर, 1950 को लोक आयोग की स्थापना हुई.
- भारतीय संविधान का अनुच्छेद 315 संघ और राज्यों के लिए लोक सेवा आयोगों से संबंधित है. वहीं अनुच्छेद 316 सदस्यों के कार्यालय की नियुक्ति और कार्यकाल से संबंधित है.
- संघ लोक सेवा आयोग की स्थापना अनुच्छेद 315 के तहत हुई थी.
-
UPSC में एक चेयरमैन और 10 सदस्य होते हैं. इनका कार्यकाल छह साल का होता है या इनकी आयु 65 वर्ष तक चलता है.
-
सदस्यों का चयन देश के राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है.
-
कोई भी सदस्य अपने कार्यकाल के बीच में अपने पद से राष्ट्रपति को इस्तीफा दे सकता है.
-
UPSC के सदस्य के लिए कम से कम 10 साल तक केंद्रीय या राज्य सेवा में काम किया हो या सिविल सेवा के पद पर कार्यरत रह चुका हो.
- आयोग द्वारा आयोजित होने वाली सिविल सेवा परीक्षा में उम्मीदवारों को कई चरणों की चयन प्रक्रिया में शामिल होता होता है.
- उम्मीदवारों को पहले प्री परीक्षा में शामिल होना होता है. उसके बाद प्री परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को मेन्स परीक्षा में शामिल होना होगा. उसके बाद उम्मीदवारों का साक्षात्कार होगा.
- UPSC देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से है, इसे पास करने के लिए उम्मीदवारों को एक सही स्ट्रेटजी से तैयारी करनी होती है.
- आयोग भर्ती से संबंधित कई परीक्षाओं का आयोजन करता है.
- जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय राजस्व सेवा (IRS), भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES), राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) परीक्षा, नौसेना अकादमी (NA) परीक्षा, संयुक्त चिकित्सा सेवा (CMS) परीक्षा, भारतीय वन सेवा (IFS) परीक्षा, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF), संयुक्त भू-वैज्ञानिक और भूवैज्ञानिक परीक्षा (Combined geo-scientist and geologist examination) आदि शामिल है.
UPSC के कार्य
संविधान के अनुच्छेद 320 के तहत अन्य बातों के साथ-साथ सिविल सेवाओं तथा पदों के लिए भर्ती संबंधी सभी जिम्मेदारियां आयोग के पास है, ऐसे किसी भी मामले में योग का परामर्श लिया जाना अनिवार्य होता है. संविधान के अनुच्छेद 320 के अंतर्गत UPSC के प्रकार्य इस प्रकार हैं:
- संघ के लिए सेवाओं में नियुक्ति हेतु परीक्षा आयोजित करना
- साक्षात्कार द्वारा चयन से सीधी भर्ती
- प्रोन्नति/ प्रतिनियुक्ति/ आमेलन द्वारा अधिकारियों की नियुक्ति
- सरकार के अधीन विभिन्न सेवाओं तथा पदों के लिए भर्ती नियम तैयार करना तथा उनमें संशोधन
- विभिन्न सिविल सेवाओं से संबंधित अनुशासनिक मामले
- भारत के राष्ट्रपति द्वारा आयोग को प्रेषित किसी भी मामले में सरकार को परामर्श देना
UPSC Exam Posts Full Form : UPSC परीक्षा पदों के फुल फॉर्म
Post | Full Form |
IAS | Indian Administrative Service भारतीय प्रशासनिक सेवा |
IPS | Indian Police Service भारतीय पुलिस सेवा |
IFS | Indian Foreign Service भारतीय विदेश सेवा |
IRS | Indian Revenue Service भारतीय राजस्व सेवा |
युपीएससी (UPSC) द्वारा आयोजित परीक्षाएं
- Indian Forest Service examination
- Combined Defence Services Examination
- Engineering Services Examination
- National Defence Academy Examination
- Naval Academy Examination
- Combined Medical Services Examination
- Special Class Railway Apprentice
- Indian Economic Service/Indian Statistical Service Examination
- Combined Geoscientist and Geologist Examination
- Central Armed Police Forces (Assistant Commandant)
इसके अलावे भी UPSC के पास कई और भी काम होता है. UPSC में चयन के लिए कुछ माप डांस निर्धारित किया गया है जिसे नीचे विस्तार से बताया गया है.
Eligibility for UPSC Exam (युपीएससी एग्जाम की योगयता)
जैसे कि आपको जानकारी हो चुकी है UPSC सिविल सेवा के लिए परीक्षा आयोजित करती है. युपीएससी (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवार के पास कम से कम केंद्रीय या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त University से किसी भी विषय से Graduation की डिग्री होना अनिवार्य है. यह तो था शैक्षणिक योग्यता इसके अलावे भी कई और योग्यता है.
किसी भी Exam की तैयारी कैसे करें?
UPSC Exam Age Limit (उम्र सिमा)
सभी तरह के परीक्षा में लिए एक उम्र सीमा तय किया जाता है यह तो UPSC है यहाँ कुछ ज्यादा ही है. युपीएससी देने के लिए अलग अलग कैटेगरी के उम्मीदवार के लिए अलग अलग उम्र सीमा तय किया गया है.
UPSC Age Limit for General Candidate
General मतलब सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम उम्र 21 वर्ष एवं अधिकतम उम्र 32 वर्ष इसके साथ ही सामान्य वर्ग के उम्मीदवार सिर्फ 6 बार इस परीक्षा में बैठ सकते हैं.
UPSC Age Limit for OBC Candidate
OBC (Other Backward Class) मतलब अन्य पिछड़ा के उम्मीदवारों को उम्र सीमा में 3 वर्ष की दी गई है. OBC CATEOGARY के छात्र के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष तथा अधिकतम आयु 35 वर्ष तक UPSC Exam में शामिल हो सकते हैं. इसके साथ ही OBC उम्मीदवार 9 बार UPSC EXAM को दे सकते हैं.
UPSC Age Limit for SC/ST Candidate
Scheduled Caste और Scheduled Tribes वर्ग के उम्मीदवारों के लिए उम्र सीमा में 5 वर्ष की छूट दी जाती है मतलब न्यूनतम उम्र 21 वर्ष एवं अधिकतम उम्र 37 वर्ष तक है साथ ही ये आपने तक परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं.
UPSC Exam Syllabus (युपीएससी एग्जाम की सिलेबस)
सिविल सेवा की परीक्षा में Syllabus का एक माप दंड तैयार किया गया है. इसका माप दंड बहुत ज्यादा कठिन नहीं है लेकिन, यदि सही से नहीं पढाई कि जाये तो 5 साल में भी Syllabus पूरा नहीं हो सकता है. UPSC सिविल सर्विस की परीक्षा 3 चरण में लिया जाता है. एक एक कर सभी के बारें में नीचे विस्तार से बताया गया है.
Top 10 Benefits of Government Job सरकारी नौकरी के फायदें !
UPSC Prelimenary Exam Syllabus
- नई परीक्षा प्रणाली के अनुसार, वर्तमान में प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र शामिल किया गया है. पहला प्रश्नपत्र ‘सामान्य अध्ययन’ का है जबकि दूसरे को ‘सिविल सेवा अभिवृत्ति परीक्षा’ (Civil Services Aptitude Test) या ‘सीसैट’ कहा जाता है और यह Qualifying Paper के रूप में है.
- दोनों प्रश्नपत्र 200-200 अंकों का होते है. पहले प्रश्नपत्र (सामान्य अध्ययन) में 2-2 अंकों के 100 प्रश्न होता है. जबकि दूसरे प्रश्नपत्र (सीसैट) में 2.5-2.5 अंकों के 80 प्रश्न.
- दोनों प्रश्नपत्रों में ‘निगेटिव मार्किंग की व्यवस्था लागू है जिसके तहत 3 उत्तर गलत होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिये जाता है. सीसैट में निर्णयन क्षमता से संबद्ध प्रश्नों में गलत उत्तर के लिये अंक नहीं काटा जाता है.
- चूँकि अब सीसैट पेपर को सिर्फ क्वालीफाइंग कर दिया गया है इसलिये प्रारंभिक परीक्षा पास करने के लिये किसी भी उम्मीदवार को सीसैट पेपर में सिर्फ 33 प्रतिशत अंक (लगभग 27 प्रश्न या 66 अंक) प्राप्त करने आवश्यक है. अगर वह इससे कम अंक प्राप्त करता है तो उसे फेल माना जाता है. अब कट-ऑफ का निर्धारण सिर्फ प्रथम प्रश्नपत्र यानी सामान्य अध्ययन के आधार पर किया जाता है.
पहला पेपर जो कि 2 घंटे का होता है और 200 अंकों का होता है, इसमें निम्नलिखित टॉपिक से प्रश्न पूछा जाता है.
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समकालीन घटनाएं
- भारत का इतिहास और भारत का राष्ट्रीय आंदोलन
- भारत और विश्व का भूगोल
- भारतीय राजनीति विज्ञान और शासन संविधान, राजनीतिक तंत्र ,पंचायती राज ,लोकनीति ,अधिकार ,समस्या आदि
- आर्थिक एवं सामाजिक विकास ,धारणीय विकास ,गरीबी, समावेशी विकास और अन्य सामाजिक एवं आर्थिक समस्या
- पर्यावरण ,जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन
- सामान्य विज्ञान
दूसरे पेपर पास होना अनिवार्य है इसमें पहले पेपर का अंक नहीं जोड़ा जाता है, इसके नीचे दिये गए टॉपिक से प्रश्न पूछा जाता है.
- पद पढ़कर उसके आधार पर जवाब देना
- communication skill
- तार्किकता से जुड़े सवाल
- निर्णय लेने और समस्याओं के हल संबंधित सवाल
- मानसिक योग्यता से जुड़े सवाल
- बुनियादी गणित से जुड़े सवाल
- सांख्यिकी से जुड़े सवाल
Prelimenary Exam के बाद Mains Paper का कार्यक्रम शुरू होता है.
UPSC Mains Exam Syllabus
Mains Exam में कुल 9 पेपर होटा है. उसमें से दो पेपर 300 मार्क्स का होता है. जिसमें पास होना अति आवश्यक है. लेकिन, Final Merit में इस नंबर को नहीं जोड़ा जाता है. बाकी बचे 7 पेपर में निबंध, सामान्य अध्ययन का चार पेपर और दो ऑप्शनल पेपर होता है. हर पेपर 250 अंकों का होता है मतलब कुल मिलकर 1750 अंकों का पेपर होता है. इन सात पेपर में जो स्कोर मिलता है उसके आधार पर Final Merit तैयार किया जाता है.
5 आसान तरीका जिससे 30 दिन में अंग्रेजी बोलना सीखें
UPSC Mains Exam Syllabus के लिए आप Drishti IAS के वेबसाइट पर विसित कर सकते हैं यहां बहुत विस्तार से बताया गया है.
UPSC Interview
Mains Exam के बाद आखिरी में साक्षात्कार लिया जाता है. इस परीक्षा का पूरा केंद्र बिंदु UPSC INTERVIEW PROCESS ही है.
यहां क्या पूछा जायेगा इसके बारें में कोई अंदाज नहीं लगाया जा सकता है. अगर एक शब्द में कहे तो यहां उम्मीदवार के आत्मविश्वास की परीक्षा ली जाती है, किसी कठिन परिस्थिति में उम्मीदवार की निर्णय लेने की क्षमता को परखा जाता है. यूपीएससी परीक्षा का सबसे कठिन चरण इंटरव्यू ही होता है अधिकतर छात्र इंटरव्यू में ही असफल हो जाते हैं.
UPSC Exam Preparation (युपीएससी एग्जाम की तैयारी कैसे करे)
यूपीएससी (UPSC) देश कि सबसे कठिन परीक्षा में से एक है. मैं किसी UPSC Coaching Institute में कार्यरत नहीं हूँ, न ही कभी UPSC के लिए तैयारी किया हूँ, लेकिन, शैक्षणिक विषयों पर जानकारी साझा करने का बहुत लंबा और अच्छा अनुभव होने कि वजह से आपसे कुछ बातें जरूर शेयर कर सकता हूँ. वैसे तो सफलता की सीधी खुद से ही लगाना होता है. लेकिन, सीधी बनाने का सामान मैं जरूर उपलध करवा सकता हूं.
सच कहे तो यहां किस विषय से सवाल आता है इसके बारें में कुछ नहीं कहा जा सकता है यहां सभी विषयों से सवाल आता है. और इसीलिए इस परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा कहा जाता है. आज के ही नहीं बल्कि, वर्षों पहले से युवाओं में UPSC का सपना जरूर होता है. लेकिन, यदि जागते आँखों से इसे पूरा करने का लगन होना भी जरूरी है. सफलता के लिए मेहनत सही दिशा में करना चाहिए और किसी भी चीज में सफल होने के लिए सबसे पहले उसकी जानकारी जुटा लेनी चाहिए. नीचे कुछ अनुभव है जिसे आप आजमा कर UPSC की तैयारी कर सकते हैं.
- यूपीएससी की परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए सभी विषयों की बेसिक जानकारी होनी चाहिए इसके लिए कक्षा 6 से कक्षा 10 तक की NCERT की सभी किताबें पढ़नी होती है.
- किताब और Syllabus का सही चुनाव बहुत जरूरी है. कई कोचिंग संस्थान है जो किताब और Syllabus की जानकारी देते है. यदि आपने काचिंग ज्वाइन नहीं करना है तो सभी जानकारी इन्टरनेट पर मिल जायेगा. Syllabus के अनुसार तय किये गए किताब से ही अभ्यास करना चाहिए.
- Revision शब्दोद आपने जरूर सुना होगा यह बहुत जरूरी है. समय के साथ पीछे आपने जो भी पढ़ा है उसका Revision जरूर कीजिये.
- सिविल सेवा में जाना है तो न्यूज़ पेपर और मैगजीन से दोस्ती बहुत जरूरी है.
- समय का सही मैनेजमेंट बहुत जरूरी है आपने पढाई में एक Routine का पालन करना बहुत जरूरी है. शुरुआत में 10 दिन के लिए पालन कीजिये फिर महीने और जब लगातार कुछ दिन इसका पालन कर लेंगें तो यह आपके आदत में शामिल हो जायेगा.
- शुरुआत में Syllabus को पूरा करने पर ध्यान दीजिए साथ ही खुद का नोट्स बनाना चाहिए. यह मेरा खुद का अनुभव है खुद का नोट्स.
- Syllabus पूरा होने पर Question Bank हल करना शुरू कर दीजिए.
- शुरुआत में आपका लक्ष्य सिर्फ Prelimenary Exam होना चाहिए. इसके बाद Mains और Interview के लिए मेहनत शुरू कीजिये.
UPSC SALARY STRUCTURE (युपीएससी एग्जाम के बाद सैलरी)
UPSC कई अलग अलग नौकरी के लिए परीक्षा आयोजित करवाती है नौकरी में ग्रेड पे के अनुसार सभी पद का UPSC Salary Structure अलग है.
Pay Level (years in service) | Basic Pay (INR) | Post |
---|---|---|
10 (1-4 years) | 56100 | Sub-divisional magistrate in District Administration |
Undersecretary in State Secretariat | ||
Assistant Secretary in Central Secretariat | ||
11 (5-8 years) | 67,700 | Additional district magistrate in District Administration |
Deputy Secretary in State Secretariat | ||
Under-Secretary in Central Secretariat | ||
12 (9-12 year) | 78,800 | District magistrate in District Administration |
Joint Secretary in State Secretariat | ||
Deputy Secretary in Central Secretariat | ||
13 (13-16 years) | 1,18,500 | District magistrate in District Administration |
Special secretary-cum-director in State Secretariat | ||
Director in Central Secretariat | ||
14 (16-24 years) | 1,44,200 | Divisional commissioner in District Administration |
Secretary-cum-commissioner in State Secretariat | ||
Joint Secretary in Central Secretariat | ||
15 (25-30 years) | 1,82,200 | Divisional commissioner in District Administration |
Principal Secretary in State Secretariat | ||
Additional secretary in Central Secretariat | ||
16 (30-33 years) | 2,05,400 | Additional Chief Secretary in State Secretariat |
17 (34-36 years) | 2,25,000 | Chief Secretary in State Secretariat |
Secretary in Central Secretariat | ||
18 (37+ years) | 2,50,000 | Cabinet Secretary of India |
Ranking-wise Pay Scale after 7th Pay Commission
Grade | Pay Scale | Grade Pay | Years of Service Required |
---|---|---|---|
Junior Scale | 50,000 – 1,50,000 | 16,500 | NA |
Senior Time Scale | 50,000 – 1,50,001 | 20,000 | 5 years |
Junior Administrative Grade | 50,000 – 1,50,002 | 23,000 | 9 years |
Selection Grade | 1,00,000 – 2,00,000 | 26,000 | 12 to 15 years |
Super Time Scale | 1,00,000 – 2,00,000 | 30,000 | 17 to 20 years |
Above Super Time Scale | 1,00,000 – 2,00,000 | 30,000 | Varies |
Apex Scale | 2,25,000 (Fixed) | NA | Varies( around 30 years) |
Cabinet Secretary Grade | 2,50,000 (Fixed) | NA | varies |
Salary के अलावा Group A और Group B के सरकारी कर्मचारियों को बहुत सारी सुविधाएं भी प्राप्त होती हैं और इन्हें समाज में बहुत ज्यादा सम्मान भी प्राप्त होता है.
You May Also Read
गल्फ में नौकरी कैसे मिलेगा Jobs in Gulf Countries
बी ए के बाद क्या करें BA Ke Baad Kya Kare
स्मार्ट स्टडी क्या होता है स्मार्ट स्टडी कैसे करें
समय क्या है, समय किसे कहते हैं, What is Time in Hindi
पुलिस सब इंसपेक्टर कैसे बने? How To Become Police Sub Inspector
Conclusion
UPSC Kya Hai, UPSC Ki Taiyari Kaise Kare. इसके बारें में बहुत ही विस्तार से इस लेख में बताया गया है उम्मीद है UPSC से संबंधित आपके कई सवालों का जवाब इस लेख में मिल गया होगा. UPSC देश कि सबसे कठिन परीक्षा जरूर है लेकिन यहाँ जो पद मिलता है वह देश के सबसे ऊँचे पद में से एक नहीं बल्कि सबसे ऊँचा पद है. हमारी शुभकामना है आप इस पद को शोभायमान कीजिये.
अंत में सिर्फ इतना ही कहूँगा – “रहिमन जो तुम कहत थे संगति हीं गुराा होय, बीच ईखारी रस भरा रस काहै ना होय.”