Communication Skills kya Hai kaise Improve kare?

Communication Skills Kya Hai यह एक ऐसा Skill है जो आपको बहुत कुछ दे सकता है. आज न जाने कई ऐसे लोग हैं जो Communication Skills Training देकर लाखों में कमाते हैं. कोरोना के पैर पसारने के बाद से कई ट्रेनर ऑनलाइन इसका ट्रेनिंग दे रहे हैं. राहुल भटनागर एक Communication Trainer है जो Communication Mastery के नाम से ऑनलाइन प्रोग्राम चलते हैं और यहां लोगो का कम्युनिकेशन स्किल्स और बेहतर करने में मदद करते हैं.

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Communication Kya Hai

कम्युनिकेशन का मतलब होता है बातचीत और बातचीत हमारी लाइफ का एक ऐसा पहलू है जो हर पल हर जगह कहीं ना कहीं काम आता है.
हर व्यक्ति हमेशा किसी न किसी से बात करता रहता है. वैसे एक बच्चा बहुत छोटी उम्र में बात करना सीख जाता है. लेकिन, पूरा जीवन सीखने में लगा देता है क्या बोले किससे बोले कब बोले? कम्युनिकेशन एक ऐसी विधा है जो आपको समय रहते यह सब सीखा देता है. कम्युनिकेशन हमारे जीवन को एक नया आयाम देता है. रिश्तों को बनाये रखना हो या फिर एजुकेशन और वर्क की बात हो सबमें इफेक्टिव कम्युनिकेशन या सही तरह से संपर्क करना बहुत ज़रूरी है. अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स का विकास बहुत जरूरी है. बातचीत का तरीका कैसे इंप्रूव करें इसके लिए कुछ टिप्स नीचे शेयर किया गया है.

Communication Skills Meaning in Hindi

Communication Skills Kya Hai यह समझ जरूर आ गया होगा इसका हिंदी मतलब संचार कौशल होता है. संचार कौशल शब्द के साथ बहुत लोग अनभिग्य है. लेकिन Communication Skills के साथ परिचित है. हर क्षेत्र में Communication Skill बहुत काम आती है. आप कहीं पर जॉब करते हो, या आपका अपना स्वयं का कोई बिज़नेस हो एक अच्छी Communication Skill का हर जगह महत्व होता है. Communication ही एक ऐसी चीज है जो लोगों को हमसे जोड़ती है. यदि आप भी जीवन में सफल होना चाहते हैं तो Communication Skill को Improve करना बहुत जरूरी है. आगे हम जानेंगें Communication Skill Ko Kaise Improve Kare यदि आप भी अपनी Communication Skills Improve करना चाहते है और जीवन में सफल होना चाहते है तो यह पोस्ट What Is Communication Skill In Hindi? जरूर पढ़िए और इसे आपने जीवन में उतारिये.

Communication Skills Kya Hai

Communication Skills हमारी पर्सनालिटी का एक अहम हिस्सा है. अच्छी Communication Skill होने से व्यक्ति हमारी ओर आकर्षित होता है और यदि अच्छी नहीं है तो कोई भी व्यक्ति हमारी बातों में रूचि नहीं रखता है. यह बातचीत का एक अहम हिस्सा है और बात करना भी एक कला है. जिसने बात करना सीख लिया वह जीवन में बहुत आगे बढ़ गया. किसी का बात करने उसके व्यक्तित्व उसके Communication Skills का उसका चाल चलन उसका बर्ताव सब बता देता है. कम्युनिकेशन स्किल्स बात करने का सही तरीका सिखाता है. जब आपस में बात करने वाले दो या दो से अधिक व्यक्ति अपने विचारों, अनुभवों को या सूचना को Effective और Impressive तरीके से Share करते हैं तो उनकी इसी योग्यता को संचार कौशल (Communication Skills) कहा जाता है. Effective Communication Skills सफलता का वह राह है जहां पहुंचना कुछ लोगों का चाहत तो कुछ लोगों का मकसद होता है.

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The Ability to Convey or Share Ideas and Feelings Effectively is called Communication Skills.

Why Communication Skills

देश की जनसंख्या किस रफ़्तार से आगे बाद रहा है इसे आप परिचित हैं यह बढती जनसंख्या प्रतिस्पर्धा का बहुत बड़ा कारण है. जनसंख्या नियंत्रण करना इतना आसान नहीं है. इसीलिए इस बढती जनसंख्या में खुद को काम के लायक बनाना है तो प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा. अब सिर्फ जानकारी के बुनियाद पर नौकरी नहीं मिल सकता है. नौकरी के लिए डिग्री, जानकारी के अलावे कुछ और भी चाहिए वह कम्युनिकेशन स्किल्स है. आज के समय में नौकरी लेने के लिए जानकारी का सिर्फ 7 प्रतिशत का योगदान है जबकि बात करने का तरीका 60 प्रतिशत तक कारगर है. अब इससे ज्यादा क्या समझाना. एक और उदाहरण समझिए यदि आप किसी लड़की को चाहते हैं और सही से कहना नहीं आता है तो सेट्टिंग तो बहुत दूर सेंडल से स्वागत होगा. कम्युनिकेशन स्किल्स का महत्व दोनों ही जगह है जब किसी से बात करते हैं तो इसके दौरान हमारा तरीका देखा जाता है. यदि ईमेल में किसी से बात करना हो तो यहां बेहतर लिखने का कला भी सीखना होता है. सारांश यह है की Effective Communication Skills के कोई भी कम्पटीशन जीत सकते हैं. जॉब इंटरव्यू में कम्युनिकेशन स्किल्स से जुड़ा कई प्रश्न पूछा जाता है और Interview में पूछे गए प्रश्नों के Answer आप Effectively तभी दे पाएंगे जब आपकी Communication Skills बेहतरीन हों. साथ ही चाहें आप Speaking Skills को Improve करना चाहते हों या Presentation Skills को Improve करना चाहते हों, बिना Communication Skills के आप इनमे से किसी को भी बेहतर नहीं बना सकते. अतः Effective Communication Skills का आपकी लाइफ में होना बहुत जरुरी है.

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हम अपने जीवन में कितना ही कुछ अच्छा कर लें लेकिन यदि हमारे अंदर बोलने की कला नहीं है तो सभी कामो में सफल नहीं हो सकते है. Communication Skills की जरूरत क्यूं है इसके बारें में तीन मुख्य बिंदु है.

  • यदि आपको अपने अंदर Attitude Build करना हो
  • यदि आपको किसी को भी Impress करना हो
  • किसी से भी अपनी बात को मनवाना हो

ये कुछ बाते है जिनके कारण हमें Communication Skill की बहुत ज्यादा जरूरत होती है. अब शायद आपके मन में एक सवाल बवाल मचा रहा हो How Can I improve my Communication Skills? कम्युनिकेशन स्किल्स में सुधर किया जाये?

यह भी पढ़ें – Communication skills improve kaise kare

संचार के प्रकार Types of Communication

 संचार मुख्यत : तीन प्रकार का होता है

  •  मौखिक संचार 
  • लिखित संचार
  • अमौखिक संचार 

मौखिक संचार Verbal Communication Skills in Hindi

मौखिक संचार का तात्पर्य ऐसे संचार से है, जिसमें सामान्यत: बोलकर सन्देश का सम्प्रेषण किया जाता है. यह संचार का एक सामान्य प्रकार है, जिसका प्रयोग हम काफी लम्बे समय से करते आ रहे हैं. वाक्यों , शब्दों तथा वाक्याशों का उच्चारण मौखिक संचार माना जाता है. मौखिक संचार का प्रयोग सामान्यतः सभाओं में, गोष्ठियों में फोन पर बातचीत तथा भाषणों आदि की प्रस्तुति में किया जाता है. फोन वर्तमान समय में अमौखिक संचार का यह माध्यम सर्वाधिक प्रचलन में है. यह द्विमार्गी सम्प्रेषण का माध्यम है, जिसमें टेलीफोन के माध्यम से दुनिया में कहीं भी बैठे प्राप्तकर्ता को सन्देश प्रेषित करना (भेजना) सम्भव होता है.

मौखिक संचार का महत्त्व एवं लाभ 

  • मौखिक संचार नेतृत्व क्षमता का विकास करने में सहायक है.
  • यह संचार का सर्वाधिक सस्ता साधन है, क्योंकि इसमें किसी भी प्रकार के कागज, स्याही या अन्य वस्तुओं की आवश्यकता नहीं होती है.
  • मौखिक संचार के अन्तर्गत सन्देश सामान्यत: स्पष्ट होता है.
  • यदि कोई संदेह है तो वह उसी समय दूर किया जा सकता है.
  • मौखिक संचार समय की बचत में भी सहायक हैं , क्योंकि इसमे सन्देश लिखने की आवश्यकता नहीं होती है.
  • मौखिक संचार के अन्तर्गत सन्देश भेजने वाला, सन्देश प्राप्तकर्ता की प्रतिक्रिया उसी समय जान सकता है और वह यह समझ सकता है कि प्राप्तकर्ता को सन्देश उचित रुप से सन्देश प्राप्त हुआ है या नही.

मौखिक संचार से होने वाली हानियाँ

  • मौखिक संचार के अन्तर्गत प्रमाण का आभाव पाया जाता है, क्योंकि इसके अन्तर्गत भेजे गए सन्देश का कोई भी लिखित प्रमाण नहीं होता है.
  • मौखिक संचार के अन्तर्गत दोनों पक्षों का होना आवश्यक है. यदि दोनों पक्ष उपस्थित नहीं होंगे तो संचार की प्रक्रिया नहीं हो पाएगी.
  • मौखिक संचार के अन्तर्गत प्राप्तकर्ता छोटे सन्देश को याद रख सकता है, परंतु वह किसी सभा का भाषण या संस्था के नियम आदि को याद नहीं कर सकता. इन सभी का लिखित रुप में होना अनिवार्य है.

लिखित संचार Written Communication Skills

लिखित संचार का आज के समय में अत्यधिक महत्त्व है. व्यापारिक विकास हेतु, विज्ञापन सामग्री तैयार करने हेतु या अन्य संस्थाओं से संचार हेतू यह अनिवार्य है. लिखित संचार के लिए आवश्यक है कि लिखे गए सन्देश में साधारण एवं सरल भाषा का प्रयोग किया गया हो.

लिखित संचार के प्रमुख रूप निम्नलिखित हैं

  • ई – मेल द्वारा By Email – यह संचार का आधुनिक रूप है, जिसमें कम्प्यूटर तथा इण्टरनेट की सहायता से सन्देश ( Message ) को एक स्थान से दूसरे स्थान पर अन्य माध्यमों की तुलना में तीव्रता से जा सकता है. ईमेल के लिए भेजने वाले तथा प्राप्त करने वाले का ईमेल आई डी का होना आवश्यक है. ईमेल द्वारा भेजे गए सन्देश के साथ आवश्यक फाइल को भी संलग्न ( Attach ) करके भेजा जा सकता है. ईमेल द्वारा भेजा गया सन्देश प्राप्तकर्ता को Email Inbox में प्राप्त होता है.
  • पत्रों द्वारा By Letters –  यह अत्यन्त प्राचीन विधि है. इसमें सन्देश भेजने वाला व्यक्ति पत्र द्वारा अपना सन्देश भेजता है. सन्देश प्राप्त करने वाला व्यक्ति अपना उत्तर या प्रतिक्रिया एक अन्य पत्र द्वारा भेजता है.
  • फैक्स द्वारा By Fax – यह टेलीग्राफिक डिवाइस होता है. इसमें भेजने वाला पहले से ही टाईप्ड या हाथ से लिखा कोई भी सन्देश ड्राइंग आदि अपनी मशीन में लगाता है.
  • नोटिस द्वारा By Notice – जब किसी संगठन में बहुत से व्यक्ति कार्य करते हैं, तो सभी को एक साथ सूचित करने का यह एक सस्ता एवं आसान तरीका है.

लिखित संचार का महत्त्व एवं लाभ

Importance and benefits of written communication Skills in hindi लिखित संचार का महत्त्व एवं लाभ निम्न है.

  • लिखित संचार के अन्तर्गत यदि किसी भी प्रकार की कोई संदेह या गलतफहमी होती है तो उसे पुनः रिकार्ड में देखकर दूर किया जा सकता है.
  • लिखित संचार के अन्तर्गत दोनों पक्षों का उपस्थित होना या व्यक्तिगत संपर्क होना आवश्यक नही है.
  • वैधानिक बचाव लिखित संचार पर निर्भर हो सकते है, क्योंकि यह वैध अभिलेख उपलब्ध कराता है.
  • लिखित संचार के माध्यम से एक से अधिक प्राप्तकर्ताओं एक साथ सम्प्रेषित किया जा सकता है.
  • लिखित सन्देश संस्था के अन्तर्गत काफी कर्मचारियों के हाथ से गुजरता है, जिससे सन्देश की गोपनीयता खत्म होना का भय रहता है. लिखित सन्देश को भेजने तथा सम्भाल कर रखने में काफी खर्च भी आता है.

अमौखिक संचार‌ Non-Verbal Communication Skills 

अमौखिक संचार (Non-Verbal Communication Skills ) का तात्पर्य ऐसे संचार से है. जिसके अन्तर्गत सन्देश का सम्प्रेषण बिना शब्दों को बोले किया जाता है। इसके अन्तर्गत सन्देश के सम्प्रेषण के लिए मुख्यतः हाव-भाव ( Gestures ), शारीरिक भाषा, नेत्र सम्पर्क, आदि का उपयोग किया जाता है. यह तीन प्रकार का होता हैं. 

  • पैरा – लैंग्वेज (Para Language)
  • प्रोक्सिमाइस ( Proxemics ) ( भौतिक जगह के प्रयोग से सम्बन्धित )
  • कैनेटिक्स ( Kinetics ) ( शारीरिक भाषा तथा चेहरे की अभिव्यक्ति का अध्ययन )

Communication skills improve kaise kare

प्रभावशाली संचार का तात्पर्य संचार के ऐसे स्वरूप से है, जो दो या दो से अधिक व्यक्तियों के मध्य बेहतर सम्बन्धों को निर्मित करने तथा उसे बनाए रखने में सहायक होता है। यह कौशल लोगों को सुव्यवस्थित अन्त: क्रिया करने, एक दूसरे के विचारों को समझने, वैकल्पिक दृष्टिकोण विकसित करने तथा एक दूसरे की आवश्यकताओं को पूरा करने में भी सहायता प्रदान करता है. प्रभावशाली संचार के कुछ सिद्धान्त निम्न हैं.

  • साधारण एवं सरल भाषा ( General and Easy Language ) – प्रेषक द्वारा सन्देश में साधारण एव सरल भाषा का प्रयोग होना चाहिए तथा तकनीकी और कठिन भाषाओं के प्रयोग से बचना चाहिए. अत: सन्देश में ऐसी भाषा प्रयोग होना चाहिए जो सन्देश प्राप्तकर्ता के बौद्धिक स्तर से मिल जाए.
  • पूर्वाग्रह से बचना ( Away from Prejudices ) – सन्देश प्राप्त करने एवं भेजने वाले दोनों को पूर्वाग्रह से बचना चाहिए. उन्हें सन्देश पर खुले और स्पष्ट तरीके से विचार करना चाहिए. इसके अतिरिक्त उन्हें अपने विचार को ही श्रेष्ठ नहीं समझना चाहिए.
  • व्यवस्थित सन्देशवहन ( Organized Transfer of Message ) – सन्देशवहन का समय, विषय वस्तु, स्थान उद्देश्य, सन्देश प्राप्तकर्ता सभी पहले से सुनिश्चित होने चाहिए.
  • प्रत्यक्ष सन्देशवहन ( Direct Transfer of Message ) – सन्देशवहन की सफलता के लिए यह अत्यन्त आवश्यक है कि सन्देशवहन प्रत्यक्ष हो. इससे सन्देश सही रूप में एवं सही अर्थों में प्रेषित के पास पहुंच सकेगा. अत: सन्देशवहन में कम से कम स्तर हो तथा जहाँ तक सम्भव हो प्रत्यक्ष रूप से सन्देश पहुंचाया जाये.
  • आपसी सद्भावना एवं विश्वास ( Mutual Respect and Trust ) – सन्देशवहन की सफलता के लिए कर्मचारियों व उच्च अधिकारियों में आपसी सद्भावना एवं विश्वास अत्यन्त आवश्यक है. उच्च अधिकारियों को हमेशा अधीनस्थों के सुझाव एवं शिकायतों को सुनने के लिए तत्पर रहना चाहिए.

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उम्मीद है Communication Skills Kya Hai यह लेख जरूर पसंद आया होगा. इसे लेख में बहुत विस्तार से जरूरी बातों को समझाया गया है. यदि इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न है तो कमेन्ट बॉक्स में जरूर पूछिए.

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Ashu Garg

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