What is Single Niche Vs Multi Niche Complete Guide in Hindi

Single Niche Vs Multi Niche, ब्लॉग्गिंग शुरू करते ही हमारे खोपरिया में काफी उथल पुथल मच जाता है. किस टोपिक पर लिखे कहां से कॉपी पेस्ट कर दें. आज गुरूजी टिप्स का ही कॉपी कर लेते हैं.

ब्लॉग्गिंग में कॉपी पेस्ट करने से फायदा का तो पता नहीं लेकिन, नुकसान बहुत जयादा हो जाता है. सबसे बड़ा नुकसान समय का है. कॉपी पेस्ट करने में सिर्फ समय बर्बाद होता है. इससे कुछ मिलता नहीं है.

एक बहुत ही गंभीर प्रश्न है ब्लॉग्गिंग की शुरुआत कैसे करना चाहिए? ब्लॉग पर किस टोपिक के बारें में लिखना चाहिए? इसका जवाब तो बहुत आसान है. जिस विषय का ज्ञान हो, जिसमें मन लगता हो, जिससे पैसा कमाया जा सके उस विषय पर लिखना चाहिए.

दूसरा क्या एक ब्लॉग पर सभी तरह की जानकारी लिखना चाहिए या एक ब्लॉग पर एक तरह का जानकारी लिखना चाहिए? जो डील करे वो करना चाहिए. एक ब्लॉग पर हर विषय के बारें में लिख सकते हैं या कई अन्य विषय के बारें में भी लिख सकते हैं. यह ब्लॉगर (ब्लॉग लिखने वाला) पर निर्भर करता है.

किसी भी समस्या का समाधान तब मिलता है जब उसके बारें में पूरी जानकारी मिल जाये. ठीक ऐसे ही Single NIche (एक विषय) और Multi NIche (कई विषय) दोनों में से क्या चुनना चाहिए यह बहुत आसान हो जायेगा जब दोनों का लाभ और हानि कि जानकारी मिल जाये.

single niche vs multi niche
Single NIche Vs Multi Niche Blogging

Table of Contents

Single NIche Vs Multi Niche Blogging

ब्लॉग्गिंग की शुरुआत के साथ यह एक आम प्रश्न है क्यूंकि हर एक विषय पर लिखने के लिए एक नया ब्लॉग बनाने में समय और पैसा दोनों खर्च होता है.

जैसे Guruji Tips एक Multi Niche Blog है. यहां हर एक विषय के बारें में लिखा जता है. लेकिन, MudraXp एक Single NIche Blog है. यहां सिर्फ और सिर्फ Finance के बारें में लिखा जाता है.

Single Niche Blogging में सफलता जल्दी मिल जाता है जबकि Multi Niche Blogging में थोड़ा समय लग जाता है. इसका वजह साफ़ है. Single Niche Blog पर एक तरह का पोस्ट होने की वजह से यह जल्दी रैंक कर जाता है.

ब्लॉग्गिंग के शुरुआत में हमेशा किसी टोपिक को ध्यान में रख कर पोस्ट लिखना चाहिए. जब किसी एक टोपिक कर पोस्ट लिखा जाता है तो गूगल इसे जल्दी क्रोल और इंडेक्स कर लेता है.

कई बार ऐसा होता है हम बहुत ही ज्यादा कन्फ्यूज होते हैं, ब्लॉग्गिंग शुरू करना है किस टोपिक से करें पहला पोस्ट क्या लिखें इसके बाद क्या लिखे. लाओ ब्लॉग्गिंग क्या है? यही लिख देते हैं.

अक्सर ब्लॉगर यह गलती कर देते हैं. ब्लॉग्गिंग शुरू करते ही ब्लॉग्गिंग क्या है ब्लॉग्गिंग कैसे करें ब्लॉग्गिंग से पैसा कैसे कमायें इसके बारें में लिखना शुरू कर देते हैं.

आप जिस पर लिखने आये थे उस टोपिक पर लिखो. 10 पोस्ट लिखते ही SEO क्या है SEO कैसे करें? अरे मजाक चल रहा है क्या तुम क्या करना चाहते हो? ब्लॉग्गिंग में कभी भी अपने टोपिक से बाहर नहीं जाना चाहिए.

इतना ज्ञान देने का मतलब साफ़ है शुरूआती दिनों में जिस क्षेत्र का ज्ञान हो उसी से संबंधित पोस्ट लिखना चाहिए. एक बात का ध्यान रहे जब भी पोस्ट लिखो वह पिछले किसी पोस्ट पर आधारित हो.

पिछले पोस्ट पर आधारित होने का मतलब सीरीज पोस्ट लिखने का प्रयास करना चाहिए. सीरीज पोस्ट से सफलता जल्दी मिलता है.

Single Niche का मतलब किसी एक विषय से है यहां किसी एक विषय पर ही जानकारी लिखा जाता है. जबकि, Multi Niche का मतलब कई एक विषय से हैं जो मन में आ गया लिख दो. दोनों को विस्तार से नीचे समझाया गया है.

Guruji Tips Story

यह कहानी पढ़ कर Single Niche और Multi Niche का पूरा ज्ञान मिल जायेगा क्या करना चाहिए और कैसे करना चाहिए?

यह कहानी इस ब्लॉग के रचयिता Ashutosh Choudhary की है. ब्लॉग्गिंग किस विषय पर किया जाये तो बहुत सोचने के बाद ब्लॉग्गिंग के लिए ब्लॉग्गिंग विषय को ही चुन लिया जिससे बहुत बड़ा नुकसान हुआ.

अशुतोष चौधरी के शब्दों में, जब मुझे इन्टरनेट और कोड का ज्ञान हुआ तो मैं एक Directory Website शुरू किया जो एक शहर के लिए Directory था. इस डायरेक्टरी में शहर के सभी प्रतिष्ठानों का विवरण था.

प्रतिष्ठान के मालिक से एक शुल्क लिया जाता था तब उनका प्रतिष्ठान इस डायरेक्टरी में शामिल किया जाता था. यह शहर का पहला ऐसा ऑनलाइन डायरेक्टरी था जहां सब कुछ उपलब्ध था.

यहां से पैसा कमाने का रास्ता शुरुआत में सिर्फ एक था. लेकिन, जैसे जैसे इस वेबसाइट पर ट्रैफिक आने लगा तो Adsense से भी कमाई शुरू हो गई.

इसके अलावा मेरे काचिंग का भी एक वेबसाइट था जहां कुछ नोट्स और विश्वविद्यालय के बारें में कुछ जानकारी डाला जाता था, परीक्षा कब शुरू होगा फॉर्म भरने का अंतिम तिथि क्या है?

शहर में और कोई वेबसाइट न होने की वजह से इन दोनों वेबसाइट पर बहुत ज्यादा ट्रैफिक था साथ में Adsense से अच्छा कमाई हो रहा था. जहां मैं हर दिन किसी दूकान, शोरूम, डॉक्टर से मिलने जाता था, ताकि वो आपने प्रतिष्ठान कि हमारे वेबसाइट पर लिस्ट करवाएं.

लिस्ट करने का कुछ शुल्क था जो शुद्ध रूप से मेरा कमाई था. लेकिन जब Adsense से कमाई शुरू गया तो लोगों से मिलना छोड़ दिया अब ऑनलाइन उतना कम लेता हूं, जितने की जरूरत है.

इसी बीच एक और प्रोजेक्ट ध्यान में आया जिसका दें यह ब्लॉग है. gurujitips.com, ब्लॉग बनाने के लिए नहीं ख़रीदा गया था. वास्तव में यह एक Educational Platform बनाने के लिए लिया गया था. लेकिन, अकेला होने की वजह से बहुत कुछ नहीं हो पाया.

जो मॉडल इस डोमेन के लिए तय किया गया था. आज उस मॉडल पर कई सफल बिज़नस चल रहा है. Single Niche Vs Multi Niche करने की वजह से हमने एक डोमेन भी खो दिया. मतलब आज भी हार साल उस डोमेन का रेनेवाल करवाता हूं, लेकिन, गूगल ने उसे इंडेक्स करने से मना कर दिया है.

वर्ष 2014 अप्रैल के महीने में एक डोमेन ख़रीदा गया जिसका नाम guruji.tips था. इसके बाद www.gurujitips.com ख़रीदा गया. एक educational portal का प्लान तैयार था क्यूंकि, एक डायरेक्टरी का सफल संचालन कर चुका था.

इसके बाद एक स्टेटिक वेबसाइट तैयार कर लिया गया. अब डेवेलपमेंट के काम के लिए एक PHP Developer Hire किया गया जो समय खराब कर दिया लेकिन, काम पूरा नहीं किया. Engineering / Medical Admission से संबंधित कुछ जानकारी डाल दिया.

लेकिन, इस क्षेत्र में पोस्ट लिखने का खुद का मन नहीं करता था. लेकिन, कोचिंग चलने की वजह से बच्चे थे और उनसे Government Job Alert, GK In Hindi, Preparation Tips इन सभी विषय पर पोस्ट लिखने लगा.

देखते ही देखते SSC Preparation के लिए कुछ भी सर्च करो यह ब्लॉग सबसे पहले दिखता था. जानकारी पढ़ने वाले लोग SSC कि तैयारी कर रहे थे इसलिए Current Affair भी पोस्ट करना शुरू कर दिया.

देखते ही देखते मैं बेरोजगार हो गया सुर इस ब्लॉग को नए शीरे से शुरू कर दिया. अब मैं खुद लिखना शुरू किया मैंने सभी पुराना पोस्ट डिलीट कर दिया और हमें जिस विषय कि जानकारी थी हमने उस पर पोस्ट लिखना शुरू किया.

लेकिन, गूगल से यह सब बर्दास्त नहीं हुआ. यह ऐसा क्यूं कर रहा है कभी कुछ कभी कुछ यूजर कन्फ्यूज कर रहा है लाओ इसका साईट बैन कर दूं और गूगल ने साईट बैन कर दिया.

साईट से Adsense Ban हो गया तब मुझे समझ में आया कि क्या सही और क्या गलत Single Niche Blogging या Multi Niche Blogging.

शुरुआत में ही हमने .in डोमेन भी खरीद रखा था. अब .in पर हमने अपना ज्ञान बांटना शुरू किया. लेकिन, कुछ दिन मेहनत करने के बाद जब ट्रैफिक नहीं आया तो gurujitips.com के ट्रैफिक को .in पर रिडायरेक्ट कर दिया.

इसका बहुत बड़ा फायदा हुआ और देखते ही देखते 2 महीने में बहुत अच्छा ट्रैफिक आ गया. ट्रैफिक रिडायरेक्ट करने की वजह से पुराना पोस्ट सही तरीके से यहां डालता गया.

लेकिन, परिणाम स्वरुप यह ब्लॉग एक Multi Niche Blog हो गया. जो मैं नहीं चाहता था. क्यूंकि, अब यहां ट्रैफिक तो है. लेकिन, हमें पता नहीं है कि वह ब्लॉग्गिंग सीखना चाहता है या SSC Preparation की जानकारी के लिए यहां आया या फायनेंस से संबंधित जानकारी के लिए आया या वह ऑनलाइन पैसा कमाना चाहता है.

आज इस ब्लॉग पर ट्रैफिक जरूर है लेकिन, इस ब्लॉग से पैसा कमाने का साधन सिमित हो गया. इस ब्लॉग पर आने वाले लोगों कि जरूरत अलग है.

मैं कई ऐसे लोगों को देखा हूँ, जो ब्लॉग्गिंग के शुरुआती दिनों में Blogging Niche की वजह से कन्फ्यूज रहते हैं. मैं खुद उसका उदहारण आपके सामने हूँ. लेकिन अब परेशान होने की जरूरत नहीं है.

मैं Single Niche और Multi Niche दोनों ही Blogging का Advantage and Disadvantage आपके साथ सझा कर रहा हूं जिससे आपको परेशानी का सामना नहीं करना होगा.

अक्सर लोग ब्लॉग्गिंग शुरू करने से पहले यह तीन सवाल करते हैं या इन्टरनेट पर ढूंढते हैं.

  • नया Blog Single Niche या Multi Niche पर बनाना चाहिए
  • Single Niche Vs Multi Niche दोनों में से कौन ज्यादा अच्छा है
  • अच्छी कमाई करने के लिए Single और Multi Niche में से क्या सबसे अच्छा है

Advantages of Single Niche Blogging

Single Niche Blog को Regular Update करना बहुत ही आसान है. यदि Blog के Niche में Author का Interest है तो यह और भी ज्यादा आसान है, ऐसे में Author को New Blog Post के लिए ज्यादा Research करने की जरूरत नहीं पड़ती है.

Single Niche Blog का Traffic आपका Regular Visitor बन जाता है.

यदि आप Android Tips के बारें में लिखते हैं, तो आपके Blog par एक Specific Users आता है जिसके पास Already Android Mobile Phone होता है.

In Future यदि आप चाहे तो उस Traffic को Client में बदल कर सकतें हैं.

Single Niche Blogging से आप आसानी से और ज्यादा पैसा कम सकते हैं.

Blogging Journey में Traffic = Money होता है. मतलब जितना ज्यादा Traffic होगा उतना ज्यादा पैसा. (More Traffic = More Moeny)

लेकिन यदि आप अपने रूचि (Interest) से हट कर काम कर रहे हैं तो आपको नया ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करना होता है.

Disadvantages of Single Niche Blogging

Single Niche Blog का एक दायरा है. यह सर्च रिजल्ट में रैंक तो कर जायेगा लेकिन, यहां प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा होता है. एक समय के बाद यहां लिखने के लिए बहुत ज्यादा नहीं होता है.

इसीलिए जब कभी भी Single Niche Blogging करना हो तो पैसा कमाने का तरीका Adsense बिलकुल भी नहीं होना चाहिए.

यहां पैसा कमाने के लिए यूजर को ग्राहक में बदलना होगा. मान लो कोई GST के बारें में लिखता है. साथ में GST File, इन्कम टैक्स रिटर्न भी भरता है तो वह बहुत आसानी से आपने यूजर को ग्राहक बना सकता है.

यदि आपके डोमेन से आपके ब्लॉग्गिंग विषय का पता चल जाता है तो आप यहां किसी और तरीके का पोस्ट अमूमन नहीं कर सकते हैं. जैसे Guruji Tips नाम से कुछ पता नहीं चलता है. यह किस विषय पर आधारित ब्लॉग है.

जबकि MudraXP के नाम से पता चल जाता है यहां पैसे के बारें में बताया जाता होगा. Single NIche Blogging का एक केंद्र बिंदु होता है. यहां लिखा जाने वाला सभी जानकारी उसी बिंदु के आसपास होना चाहिए.

Single Niche Blog पर विषय से हट कर जानकरी डालने का कोई फायदा नहीं मिलता है क्यूंकि, यहां जो भी आरहा है उसका मकसद स्पष्ट है. इसीलिए यहां भूल कर भी अन्य विषय पर जानकारी नहीं लिखना चाहिए.

Note: Website आपकी संपत्ति है, आप किसी भी तरह का Post डालने के लिए स्वतंत्र है.

यदि आप Single Niche Blog पर Niche से हटकर पोस्ट करते हैं तो SEO पर भी इसका असर होता है.

Advantages of Multi Niche Blogging

Multi Niche Blogging में Author के पास Option की कोई कमी नहीं होती है.

New Blog Post के लिए न ही ज्यादा सोचना पड़ता है, न ही ज्यादा Research.

Blog का Reach बहुत ज्यादा रहता है. क्यूंकि Multi Niche की वजह से Visitors का Engagement बना रहता है.

Multi Niche Blog के Social Media Profile और Page पर Like, Comment, Share भी ज्यादा मिल जाता है.

Author कुछ भी लिखने के लिए स्वतंत्र रहता है. Traffic और Engagement पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.

Multi Niche Blogging से आप बहुत अच्छा पैसा बना सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको ज्यादा Manpower की जरूरत होती है.

Disadvantages of Multi Niche Blogging

Multi Niche Blog को आप अकेले Handle नहीं कर सकते हैं.

कई सारे Topic होने की वजह से Confusion ज्यादा रहता है.

Website को Rank करने में काफी समय लग जाता है.

Quality Users Multi Niche Blog पर नहीं आते है.

Multi Niche की वजह से जितना traffic रहता है उतना Earning नहीं होता है. इसी वजह से Blogger परेशान होकर blogging छोड़ देते हैं.

शुरुआत में Without Manpower ( without Investment ) शुरू किया हुआ Multi Niche Blog बहुत जल्द फ़ैल हो जाता है.

अकेले होने की वजह से Author सभी Niche में एक सामान Post Update नहीं कर पाता हैं.

जिस Niche में आपका Interest है उसमे ज्यादा Post होता है और जिस में नहीं उसमे बहुत कम, इससे Traffic पर Negative असर पड़ता है.

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Conclusion Single Niche Vs Multi Niche

हाथ का सभी ऊँगली बराबर नहीं होता है. घर में सभी का स्वभाव एक जैसा नहीं होता है. मैं आपसे सिर्फ इतना कहना चाहता हूँ की “आपके बारें में आप से ज्यादा कोई और नहीं जनता है”

  • ध्यान से सोचिये आपने Blog क्यूँ शुरू किया है ?
  • आपका Interest क्या है ?
  • आप Blog पर कब-कब और कितना Post डालेंगे ?
  • आपको अपने Blog पर कैसा और कहाँ का Traffic चाहिए ?

यदि आप अपने Interest से जुड़े हुए Topic पर काम करेंगे तो आपको सफलता जल्दी और निश्चित मिलेगी

एक साधारण सा उदाहरण से समझिए.

  • एक Multi Niche Blog पर Daily का 5000 Traffic है, और इस पर Banner Ad का Rate Rs. 1000 Per Month है.
  • जबकि एक Single Niche Blog पर Daily का 3000 Traffic है, और इस पर Banner Ad का Rate Rs. 1500 Per Month है.
  • आपका Business Single Niche Blogging से मिलता है तो आप अपने Business या Product का Ad किस Website पर करना चाहेंगे ???

मुझे उम्मीद है इस प्रश्न का उत्तर देने के बाद आपको समझ आ जायेगा की क्या बेहतर है ? Single Niche Blogging या Multi Niche Blogging

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Ashu Garg

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15 thoughts on “What is Single Niche Vs Multi Niche Complete Guide in Hindi

  1. Aap bhi Multi Categories Par Likhte Hai Aap ka Blog Single Niche Kahlayega Ya Multi Niche.

    Main How To Guide Par Blog Banana Chahta Hu Kya Yah Sahi Rahega.
    Aur Health Topic Par Bhi Hindi Me Likh Sakta Hu To Aap Bataye Ki Main Konsa Blog Banau.
    Ya Phir Ek Technology Blog Banau.Yeh Sabhi Mere Interested Topics Hai.
    Please Help Me I am Confused.

    1. jab mai blogging start kiya tha to itna pata nahi tha jo samajh aaya likh diya. lekin, abhi shuruaat karne ke liye single niche se shuru kijiye. health aur how to dono hi best niche hai. jisme jyada pakad h uske sath shuru kijiye.

  2. Article bahut badhiya hai….

    Lekin isme complete details nahin mil rahi. Meri website ko shuru se he adsense ne ban ki huee hai.

    Mujhe samajh nahin aa raha kyu ban hai. Main sirf income tax aur educational post he karta hu phir bhi banned hai. Agar aap koi help ya sujhav de jisse meri website approve ho jaye to bahut bahut dhanyawad.

  3. Guruji Mera YouTube par motivation ka channel h to Kya me usme kisi dusre channel ka content use kar skta hu Kya matalb Jo usne kaha vahi ma kah dun to Kya Mera channel monitize hoga

  4. हेल्लो सर आपने बहुत ही बढ़िया जानकारी दी यहाँ पे लेकिन मेरा आप से एक सवाल है मेरा एक खुद का ब्लॉग है healthpetips.com लेकिन मेरे ब्लॉग का cpc हमेशा .01 से .02 ही रहता है कभी -कभी तो .00 रहता है .
    ऐसा क्यों है?

    1. हिंदी ब्लॉग का CPC कम ही रहता है और CPC कई बातों पर निर्भर करता है. इससे रिलेटेड एक Detail पोस्ट बहुत जल्दी पब्लिश किया जायेगा.

  5. धन्यवाद जी
    आपकी लेखन शैली सरल और सहज है। आपको पढ़कर अच्छा लगा।
    आपके भविष्य के लिए ईश्वर से शुभकामनाये।

    1. अवनीश जी तहे दिल से आपको धन्यवाद. ऐसे कमेंट हमें नया Content Publish करने को मजबूर कर देता है.
      Team Guruji Tips

  6. क्या बात है गुरु जी बहुत ही अच्छा explain किया है aapne niche blogging के बारे में.
    Keep posting & happy blogging.

  7. bahut hi badhiya jankari di hai aapne, mera blog acchibaat.com hai pl aap dekh ke bataye ki peri adsense cpc 0.02-0.03 kyu hai or kaise isay improve kare. waiting for your reply thanks

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