India में B.Tech (Engineering)का मतलब (बेरोजगार)!!!

कैसे हैं आप लोग ? आज हम बात करेंगे आखिर अपने देश भारत में Engineering Graduates बेरोजगार क्यूँ हैं ? Engineering के Course में ऐसा क्या पढाया जाता है जिसे पढ़ते ही 60 % Students को नौकरी मिल ही नहीं पता है. इसका जिम्मेदार कौन है सरकार या College प्रशाशन या Students ???

Unemployed Engineers

 

Table of Contents

Unemployeed Engineers

एक ओर जहाँ भारत को ही नहीं बल्कि देश को इंजिनियर की जरूरत है तो वही दूसरी ओर Graduate Engineers अपनी Degree के साथ Company to Consultancy या Consultancy to Company  का चक्कर लगा रहें हैं. लेकिन, कहीं नौकरी (JOB) की कोई उम्मीद नहीं दिखती है. आज Engineering के Degree की कोई Value ही नहीं रह गई है या इसके पीछे कोई और कारन है !!!

चलिए इन विषयों पर आज बात करते हैं. जहाँ तक मैं  सोचती हूँ और जो मेरी समझ है आज के इस आधुनिक युग में बच्चे 10th, 12th Pass करते हैं. फिर उनमे से कई को यही दीखता है की अब Engineering कर लिया जाये उसके बाद नौकरी मिल जाएगी. लेकिन यदि उनसे पूछा जाये की

  • आप जिन्दगी में क्या करना चाहते हो.
  • 12th के बाद आप क्या करना चाहते हो.
  • आप Engineering ही क्यूँ करना चाहते हो

तो शायद उनके पास इन सवालों के जवाब नहीं होते है. इसका वजह यह है की वो पढ़ते नहीं बल्कि पढाई को भी एक काम समझते हैं.  कौन है इसका जिम्मेदार ? और कैसे इसमें सुधर लाया जा सकता है ?

Hot Trending Topic

INTERNET से पैसा कैसे कमायें ?

How To Make Money from Facebook ?

Whats App से पैसा कैसे कमायें ?

“यदि आपके पास इसका कोई सुझाव हो तो तो हमें जरूर लिखें ( Comment Box में Comment करें  )”

Unemployment in Engineering Sector

Hard Truth About Education

कुछ खास बातें है जो मैं  आपके साथ शेयर करना चाहती हूँ.

  • शिक्षा अब शिक्षा नहीं बल्कि व्यवसाय में बदल गया.
  • आज के शिक्षक को शिक्षा का महत्वा भी नहीं पता है.
  • आप किसी से पूछो क्या कर रहे हो तो जवाब मिलेगा तैयारी, कुछ महीनों बाद फिर पूछो क्या कर रहे हो तैयारी, कुछ सालों बाद फिर तो आपको जवाब मिलेगा Coaching पढ़ा रहा हूँ.
  • इसका मतलब की वह तैयारी नौकरी के लिए नहीं बल्कि Coaching पढ़ाने के लिए कर रहा था जो अब कर रहा है.
  • यदि वो तैयारी नौकरी के लिए किया होता तो आज कोचिंग नहीं पढ़ा रहा होता बल्कि नौकरी कर रहा होता.
  • Engineering में Student one Night One Fight Formula अपनाते हैं मतलब की कल Exam है तो आज Syllabus और book Purchase कर रहा है.
  • College सिर्फ और सिर्फ Attendance के लिए ताकि एग्जाम दे सकें
  • परिणाम क्या होता है की परीक्षा भी हो जाता है पास भी हो जाता है लेकिन अच्छे Number से नहीं और न ही अच्छी जानकारी !
  • आज के इस आधुनिक युग के कुछ ऐसे इंजीनियरिंग डिग्री होल्डर मिल जायेंगे की उन्हें Email Id और Website में फर्क ही पता नहीं होता है.
  • यदि उन्हें आप कहते हो की xyz.com Open करो तो उसे भी वो google पे Search करते हैं
  •  दूसरी ओर कुकुरमुत्ते  की तरह Engineering और Polytechnic College खुलते जा रहे हैं |
  • Teacher के नाम पर बस एक Attendance लेने वाले को Recruit करते है College वाले |
  • Teacher का मुख्या काम Admission का होता है न की पढ़ने का |
  • Private Engineering College के Teachers को Session शुरू होने से पहले Target मिल जाता है Admission का अब यदि कोई Teacher है जो अच्छा पढ़ता हो लेकिन उसे Management के आदेश का पालन करना है |
  • Private Engineering College में Practical के नाम पर समय बर्बाद किया जाता है
  • ऐसे कई सारे Point हैं मैं कितनी Point आपको गिनाऊ.

सरकारी नौकरी में सफलता कैसे प्राप्त करें ?

कैसे करे 12th के बाद SSC की तैयारी ? How to prepare for SSC ?

आखिरी में मैं यही कहना चाहूंगी की गलती दोनों की है 

हमने इस पोस्ट में अपने मन की बात के साथ – साथ सच्चाई लिखी हूँ, किसी को निचा दिखाना या परेशान करना हमारा मकसद नहीं हैं.

All The best friends अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो इस Post को अपने दोस्तों तक पहुचाये इस Post को शेयर करना न भूले … Thanks For Reading. इससे जुड़ी हुई कोई सवाल यदि आप पूछना चाहते है, तो comment box में comment करें. हमारे Facebook Page को LIKE करें https://www.facebook.com/gurujitipsedu

यदि यह जानकारी आपको अच्छी लगी तो Spread the love Please Share...
Riya Jha

2 thoughts on “India में B.Tech (Engineering)का मतलब (बेरोजगार)!!!

  1. India me sabse badi problem hai Hamara System Job Seekers banata hai Job Provider Nahi. Log educated hone ke bad naukri search karte hai na ki koi business start karte hai.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *