Republic Day Speech गणतंत्र दिवस पर हिंदी में भाषण

26 January Speech in Hindi गणतंत्र दिवस के करीब आते ही स्कूल में पढ़ रहे बच्चें 26 January Essay, 26 January Bhashan, 26 January Shayari ऑनलाइन सर्च करना शुरू कर देते हैं. ऐसे में उन सभी बच्चों के लिए गणतंत्र दिवस भाषण हिंदी में लिखा गया है, जो Teacher, Student और School सभी के लिए उपयोगी है Republic day speech in Hindi for school students. कई बार Exam Paper में भी Republic Day Par Essay लिखने को दिया जाता है.

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Speech on Republic Day in Hindi 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर भाषण

भारत देश में तीन राष्ट्रिय पर्व मनाया जाता है. जिसमें से 26 January और 15 अगस्त दोनों ही अपने आप में बहुत बड़ा त्यौहार है. मुझे बहुत ही अच्छे से याद अपने स्कूल दिनों में 10 दिन पहले से भाषण लिखना शुरू हो जाता था. फिर उस भाषण को गुरूजी से चेक करवाना फाइनल होने के बाद उसे तैयार करना. मेरे कुछ दोस्त republic Day Speech तो याद करते थे. लेकिन, मुझसे न तो आज कुछ याद होता है न ही उस वक़्त !

मेरा भाषण बहुत ही क्रन्तिकारी होता था. मैं उसमें जिस शब्दों का इस्तेमाल करता था वो तो लाजवाब तो था ही साथ ही सही जगहों पर सही शब्दों का इस्तेमाल यह बहुत अच्छे से मैं कर लेता था. आप यदि इस Website का Regular User हो तो आपको जरूर पता होगा मेरा Writing Standard क्या है? इस वेबसाइट पर कुछ पोस्ट मेरे सहयोगी ने भी लिखा है. लेकिन, सभी पोस्ट को मैं खुद चेक करता हूँ तभी पब्लिश करता हूँ. यदि आप भी इस वेबसाइट पर अपना पोस्ट पब्लिश करवाना चाहते हो तो Click करें.

आज के इस पोस्ट 26 January Speech in Hindi में भाषण और भाषण लिखने के बारें में कुछ बातें बताता हूँ. आप इस 26 january Bhashan को भी अपने स्कूल या कॉलेज में 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के दिन लोगों के सामने रख सकते हैं.

26 January Speech in Hindi

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वंदेमातरम्, भारत माता की जय !!!

आदरणीय सभापति महोदय, इस पवित्र त्यौहार के मौके पर आपने मुझे अपने शब्दों को रखने का मौका प्रदान किया इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद. गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर इस प्रांगन में उपस्थित गणमान्य अथिति, गुरुजन और मेरे प्यारे सहपाठियों आप सभी को Guruji Tips (अपना नाम) की ओर से प्यार भरा नमस्कार!

जमाने भर में मिलते है आशिक कई, जमाने भर में मिलते है आशिक कई,
मगर मेरे वतन से खुबसूरत कोई सनम नही है.

26 जनवरी हम सभी देशवाशियों के लिए बहुत ही पवित्र पर्व है जो हमें याद दिलाता है कि हम सब विश्व के सबसे बड़े प्रजातंत्र देश के नागरिक हैं और स्वतंत्र हैं. गणतंत्र अथवा प्रजातंत्र का मतलब “जिसमें राजकीय सुविधाओं के लिए सब सामान है.” हम सब स्वतंत्र रहना चाहते हैं, प्रजातंत्र चाहते हैं. लेकिन यह प्रजातंत्र और स्वतंत्रता बहुत ही कठिन परिश्रम के बाद मिला है.

भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों की कई वर्षों के संघर्ष, कड़ी मेहनत और कई जीवन न्योछावर करने के बाद भारत को 15 अगस्त 1947 को आज़ादी मिली. स्वतंत्रता के ढाई वर्ष बाद भारत सरकार ने स्वयं का संविधान लागु किया और भारत को एक प्रजातांत्रिक गणतंत्र घोषित किया.

15 अगस्त 1947 में स्वतंत्रता मिलने के बाद संविधान सभा की घोषणा हुई और इसके लिए 9 दिसम्बर 1947 से कार्य आरम्भ कर दिया गया था. भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा संविधान सभा के सदस्य चुने गए थे. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. भीमराव आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे. संविधान निर्माण में कुल 22 समितीयां थी, जिसमें प्रारूप समिति (ड्राफ्टींग कमेटी) सबसे प्रमुख एवं महत्त्वपूर्ण समिति थी और इस समिति का कार्य संपूर्ण ‘संविधान का निर्माण करना’ था.

2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन में कुल 114 दिन बैठक के बाद भारतीय संविधान तैयार किया गया और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को 26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान सुपूर्द किया गया, इसलिए 26 नवम्बर को भारत में संविधान दिवस के रूप में प्रति वर्ष मनाया जाता है. इस बैठकों में प्रेस और जनता को भाग लेने की स्वतन्त्रता थी. अनेक सुधारों और बदलावों के बाद सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किये. इसके दो दिन बाद संविधान 26 जनवरी को यह देश भर में लागू हो गया. 26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए इसी दिन संविधान निर्मात्री सभा द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता प्रदान की गई.

आज हम सभी भारतवाशी 70वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं. गणतंत्र दिवस के लिए 26 जनवरी ही तय किया गया क्यूंकि, दिसम्बर 1929 में पंडित जवाहर लाल नेहरु की अध्यक्षता में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन लाहौर में संपन्न हुआ जिसमें प्रस्ताव पारित कर इस बात की घोषणा की गई कि यदि ब्रिटिश सरकार 26 जनवरी 1930 तक भारत को स्वायत्तयोपनिवेश (डोमीनियन) घोषित नहीं करता है तो भारत ब्रिटिश साम्राज्य में ही स्वशासित इकाई बन जाता, अतः भारत अपने को पूर्णतः स्वतंत्र घोषित कर देगा. 26 जनवरी 1930 तक जब अंग्रेज सरकार ने कुछ नहीं किया तब भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस ने उस दिन भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की घोषणा की और अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ किया. उस दिन से 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त होने तक 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता रहा.

हमारे प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद जिन्होंने कहा था, “हमारे पूर्ण महान और विशाल देश के अधिकार को को हमने एक ही संविधान और संघ में पाया है जो देश में रहने वाले 320 लाख पुरुषों और महिलाओं के कल्याण की जिम्मेदारी लेता है“.

यह बहुत ही शर्म की बात है कि आज आज़ादी के इतने वर्षों के बाद भी हम अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा से लड़ रहे हैं. 1947 के पहले हमारा देश बाहरी लोगों के गुलाम था लेकिन आज के समय में राजनेता और कुछ भ्रष्ट अधिकारिओं ने अपने ओहदे का गुलाम बना लिया है. यदि देश का विकास चाहिए तो यहाँ के लोगों का विकास होना बहुत जरूरी है. इसके लिए हम सभी को आगे आना होगा. देश में फैले रहे भ्रष्टाचार को ख़त्म करना होगा.

एक राष्ट्र, एक रैंक एक पेंसन के लिए भी यहाँ बहुत दिनों तक इंतज़ार करना पड़ा. टेलिकॉम इंडस्ट्री में बहुत दिनों तक रोमिंग के लिए पैसा भरना पड़ा. ऐसे में सिस्टम और सत्ता से क्या कहा जाये. आज भी देश भर में कहीं से भी गाड़ी खरीदकर कहीं नहीं चला सकते हैं. गाड़ी जिस राज्य से ख़रीदा गया है वहीं चला सकते हैं. देश में ऐसी कई समस्याएं है जिससे मिलकर लड़ना होगा.

एक बहुत ही कड़वी सच्चाई आपको बताता हूँ, 1947 में द्वितीय विश्व युद्ध की वजह से हमारा देश आजाद हो गया वरना आज देश में ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि लोग अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. आप सभी को मेरे कहने का मतलब समझ आ गया होगा यदि नहीं तो सोने पहले पहले इस लाइन को एक बार फिर से पढना फिर भी समझ न आये तो मैं कुछ नहीं कर सकता !

मैं इसका हनुमान हूँ,
ये देश मेरा राम है,
छाती चीर के देख लो,
अन्दर बैठा हिन्दुस्तान है.

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे अब्दुल कलाम जी ने कहा था कि अगर देश को भ्रष्टाचार मुक्त, महान और अच्छे ज्ञान वाले लोगों का बनाना है तो सोसाइटी से जुडी तीन चीजें माता, पिता, और शिक्षक को भ्रष्टाचार मुक्त, महान और अच्छे ज्ञान वाला बनना होगा.

इस संविधान में सर्वोच्च संवैधानिक सत्ता के रूप में राष्ट्रपति का पद भी बनाया गया जो स्वतंत्र भारत के संविधान के अनुसार भारत का सर्वोच्च शासक बना और संविधान में भारत को सर्वप्रभुतासपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य भी घोषित किया गया. इस प्रकार की शासन व्यवस्था से भारत संसार का सबसे बड़ा स्वतंत्र गणतंत्र राज्य बन गया.

इस समारोह में एकत्रित हो ‘गणतंत्र दिवस’ मनाने का एकमात्र उद्देश्य देश के नागरिकों की स्वतंत्रता को सदैव बनाए रखने की प्रेरणा देना है ताकि देश में विभिन्नताओं में एकता, सहयोग, भाईचारे की भावना में वृद्धि हो सके. यह राष्ट्रीय पर्व हम सब को राष्ट्रीय स्वतंत्रता प्राप्ति आंदोलन में किए गए संघर्षों और बलिदानों की भी याद दिलाता है साथ ही स्वतंत्रता बनाए रखने की प्रेरणा देता है. यह दिवस हमारी राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है.

आपलोगों से कहने को तो अभी बहुत कुछ है लेकिन समय की सीमा को देखते हुए मुझे अपने शब्दों को विराम देना होगा.

इतनी सी बात हवाओं को बताएं रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाएं रखना,
हलू देकर पाया जिसे हमने, लहू देकर पाया जिसे हमने,
ऐसे तिरंगे को सदा अपनी आँखों में बसाये रखना.

जय हिन्द, जय भारत !!!

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Ashu Garg

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19 thoughts on “Republic Day Speech गणतंत्र दिवस पर हिंदी में भाषण

  1. aapne bahut hi badhiya se republic day speech ko cover kiya hai, hamare desh vasiyo ke liye kafi helpful sabit hogi good job

  2. Mere Kuch Question hain-
    Blogging Me Sabse Important Kya Hota Hai Seo Ya Keyword Research Aana Mtlb Aise Keywords Nikalna Jin per Competition low hai Aur cpc Traffic Jyada To iss Hisab se To blogging me Keyword Researching Ka khel h ye sabse imp hai Agar Hume Thoda bhi Seo Aata hai Rank Karana Aata hai to Hum Aise keywords jinper Traffic jyada hai competition low unper easily rank kara lenge……
    Aur Dusri Taraf hum health,tech,blogging in per blogging karen jinper Pahle se Article likhen hai aur pahle se competition bhi jyada hai to wahan agar hum hum Seo Karenge to wahan hume bohat time lagega rank karane me saayad rank ho bhi ya Naa…..
    To Mera Ques App Samajh gaye honge bhale hi main acche se nhi likh paaya….
    To Mera Ques ye hai kya Blogging me Keyword Researching ka Khel hota hai ya Seo Ka kyunki agar hume jyada seo nhi aata lekin hamare paas aise keywords hain kuch Jinper low comptition h to Easily hum rank kara lenge!

    Q2:blog Post me Use hone waali Image ka Size kitna Rakhun maximum aur minimum kitna???Aur kya 1 mb ka tak ka image apne article me use karen to kya isse blog ko rank hone me pareshani hogi….

    Q3 : Aur Guest post karna Kab Start karun Kitne Article ke baad
    Q4: Main Hinglish Aur Hindi dono me Article likhya hun practise ke liye kya Aisa karne se posts google me index hone me prob hogi ya nhi

    Q5: Keyword Density kitna rakhna chahiye

    1. Akib ji Pichhel Comment me aapke question ka answer de diya gaya hai. waise yaha fir se de raha hu.
      Keyword Research SEO ka hi ek part hai. Blog Post Rank ho iske liye Content aur Keyword research dono hi jaroori hai.
      kai aisa niche hai jis par pahle se kai article publish kiya ja chuka hai. lekin, abhi bhi un sabhi niche me bhi option hai.
      Digital Marketing ke andar kai part hai jisme se ek SEO hai. jo search engine optimization ke liye use kiya jata hai.
      Keyword Research Content develop karne ke pahle kiya jata hai.
      Blog Post me kisi bhi size ka image use kar sakte ho lekin isse blog load hone me time lagega.
      Guest Post pahle din se le sakte ho.
      Hindi aur Hinglish yaha aapne hi decision lena hai.
      Keyword Density ke liye niche kuchh Link Share kiya gaya hai use padh sakte hai.

      Hindi Vs Hinglish: Blogging Ke Liye Kya behtar hai [Case Study]

      Keyword Density, Prominence, Proximity Kya Hai

  3. गुरूजी बहुत अच्छा 26 जनवरी भाषण लिखा गया है। देशवाशियों को हमारी तरफ से 26 जनवरी की अग्रिम शुभकामनाये।

  4. धन्यवाद सर, बहुत अच्छी जानकारी दी आपने. गणतंत्र दिवस हमारे लिए मात्र एक झंडा फहराने का दिन नहीं है. यह हमारे उन लाखों करोड़ों सेनानियों के जीवन के बलिदान का परिणाम है. हमें इस दिन उन सभी हीरोज को सलाम करना चाहिए. सभी भारतवासियों को मेरी तरफ से Happy Republic Day 2019.

  5. bahut achcha likha hai. 26 january bhashan bahut aasan shabdo me likha gaya hai. i want to say one more thing Great 26 january speech for students and teacher

    1. Thank you sachin ji is blog par 26 january bhashan ke alawe bhi kai post 26 january par likha gaya hai jaise 26 january essay in hindi, 26 january speech in hindi, 26 january shayari in hindi, 26 january nara in hindi aap use bhi padh sakte ho.

  6. Bahut hi acha 26 January bhashan aapne likha hai. kya mai ise hi yaad kar lu? please sir ek aur 26 January bhashan publish kar dijiye. use mera bhai yad kar lega. sir ya to aap mere email par 26 January bhashan bhej dijiye.

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