Backlink क्या है और High Quality Backlink कैसे बनाये? ब्लॉग, वेबसाइट या किसी प्रोडक्ट सर्विस की प्रमोशन के लिए कई तरीका अपनाया जाता है. ब्लॉग और और वेबसाइट के प्रमोशन के लिए SEO (Search Engine Optimazion) करना होता है. यह काम दो तरीके से किया जाता है. पहला On Page SEO और दूसरा Off Page SEO. बैकलिंक ऑफ पेज इसईओ के अंदर आता है. इससे पहले भी ऑफ पेज इसईओ के बारें में पोस्ट पब्लिश किया जा चुका है. इसईओ को अच्छे से समझने के लिए गुरूजी टिप्स पर इसईओ केटेगरी में प्रकाशित पोस्ट पढ़िए। आज के पोस्ट में हम बात करेंगें Backlink Kya Hai और High Quality Backlink Kaise Banaye Backlinks किसी webpage पर आने वाले incoming links है। जब कोई website किसी भी अन्य webpage के साथ link होता है, तो उसे Backlink कहते हैं.
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Backlink क्या है?
Backlink, इसके नाम से ही पता चलता है कोई लिंक है और बैक में है. जी हाँ मोटा मोटा समझा जाये तो यह एक पीछे वाला लिंक है. जो दिए गए लिंक को सपोर्ट करता है. एक उदहारण से इसे समझिये, वैसे तो सभी लोग DM, SP, MLA, MP को जनता है ये लोग आपको जानते हैं या नहीं फर्क इससे पड़ता है. एक व्यक्ति है जिसे DM, SP, MLA, MP सभी लोग बहुत अच्छे से जानते हैं. जब भी किसी को MLA या MP से कोई काम होता है तो उस व्यक्ति को साथ लेकर जाते हैं क्यूंकि उसे MLA, MP अच्छी तरह से जनता है. कोई काम भी होता है तो MP, MLA पहले इसे ही करने को देता है इसका मतलब उसकी पकड़ मजबूत है. उसे कई ऐसे लोग जानते हैं जो बहुत काम लोगों को जानते हैं. इसका मतलब यह भी है इसका बैक सपोर्ट बहुत अच्छा है. कुछ ऐसा ही बच्चों के एडमिशन के समय होता है. कुछ लोगों की स्कूल प्रशाषन में अच्छी जान पहचान होती है और लोग एडमिशन के लिए ऐसे लोगों से भी अपनी सिफारिश करवाते हैं. बैक सपोर्ट, जान पहचान काया होता है समझ में आ गया.
कुछ ऐसा ही वेबसाइट और ब्लॉग के लिए भी होता है. यदि आप एक ब्लॉगर हैं तो आपको पता होगा किसी High DA, PA वेबसाइट से ब्लॉग को लिंक मिलना कितना अच्छा होता है. यह लिंक Search Engine को बताता है यह भी अच्छी वेबसाइट है. यदि बहुत अच्छी वेबसाइट से लिंक मिल रहा है तो आपका ब्लॉग का भी रैंकिंग अच्छा होगा यदि गन्दी वेबसाइट से बैकलिंक मिलता है तो रैंक ख़राब हो जाएगी।
बैकलिंक एक तरह से लिंक जूस है जिससे सर्च इंजन आपकी वेबसाइट और ब्लॉग को रैंक देता है. अब कुछ लोग जो गन्दी मानसिकता के होते हैं वह आपके रैंक कर रहे लिंक को कुछ गन्दी वेबसाइट के साथ भी लिंक कर देते हैं. क्यूंकि, आगे बढ़ने का दो तरीका है एक खुद म्हणत करो दूसरा जो आगे है उसे पीछे कर दो कुछ लोग यह तरीका भी अपनाते हैं. बैकलिंक बनाते समय इस बात का ध्यान रखना होता है जिस वेबसाइट या ब्लॉग से आप बैकलिंक ले उसकी वैल्यू कितनी है मतलब उसका DA, PA क्या है? इसके लिए Backlink बनाने से पहले DA, PA जरूर चेक कर लीजिये। इसके लिए गूगल सर्च कीजिये Check DA PA कई वेबसाइट search Engine में दिख जायेगा कहीं से भी DA PA चेक कर सकते हैं.
DA PA क्या है?
DA का फुल फॉर्म Domain Authority है. जो किसी भी डोमेन के बारें में बताता है. यह डोमेन का रैंकिंग तय करती है. कई अल्गोरिथम के जरिये DA PA चेक किया जाता है. जितना ज्यादा Domain का DA होता है उस वेबसाइट को उतनी ही अच्छी मानी जाती है. कई तरीका है जिससे DA बढ़ाया जा सकता है. PA का फुल फॉर्म Page Authority होता है. यह भी एक रैंकिंग फैक्टर है.
Backlink Benefits in Hindi
बैकलिंक से बहुत फायदा है. लेकिन, गूगल टीम कहती है बैकलिंक से कुछ नहीं होता है. गूगल सर्च इंजन बैकलिंक कैलकुलेट नहीं करती है. जहाँ तक मैं समझता हूँ, बैकलिंक बहुत जरूरी है. बैकलिंक से आसानी से रैंक किया जा सकता है और लोग इसका इस्तेमाल रैंकिंग बढ़ाने में कर रहे हैं. शुरूआती समय में Low Quality Backlink से भी Ranking में मदद मिल जाता था लेकिन, आज बैकलिंक का काम करने का तरीका बदल गया है. बैकलिंक से भी ज्यादा जरूरी है Unique Quality Content बैकलिंक तो इसका बनाओगे बहुत प्रचार कर लिया लेकिन, प्रोडक्ट में कोई डैम नहीं है तो क्या करोगे? और ज्यादा बदनामी होगी।
बैकलिंक्स हमेशा Quality Sites से ही होनी चाहिए। जब तक Quality Backlink नहीं होगा कुछ भी नहीं हो सकता है. इससे पहले भी एक पोस्ट लिखा गया था SEO के लिए बैकलिंक कितना जरूरी है? इस पोस्ट को पढ़िए आपका कांसेप्ट और भी क्लियर होगा। अब बात कर लेते हैं Benefits of Backlink जी हाँ बैकलिंक का क्या फायदा है? तो नीचे बताया गया है.
Improve Organic Ranking
Quality Backlink से Organic Ranking Improve होती है. कैसे तो ऊपर एक उदहारण दिया है. यदि वेबसाइट का कोई पोस्ट या पेज किसी अच्छी वेबसाइट से लिंक है तो वहां से भी ट्रैफिक मिलेगा और सर्च इंजन में उसकी रैंकिंग बहुत अच्छी हो जाएगी।
Post Indexing and Crawling
ब्लॉग पोस्ट को इंडेक्स कराने का कई तरीका है. जिसमें बैकलिंक बहुत मदद करता है या तो आप मैन्युअली हर एक पोस्ट को क्रॉल करवाओ या अच्छी वेबसाइट से लिंक करने के बाद सर्च इंजन बोट उस लिंक के जरिये आपके कंटेंट को भी इंडेक्स करने लगता है. एक नई वेबसाइट या ब्लॉग के लिए यह बहुत जरूरी है. इससे Fast Indexing होती है और ब्लॉग पोस्ट जल्दी रैंक कर जाता है.
Referral Traffic
यह क्या है जी हाँ आप जैसा समझ रहे हैं बिलकुल ऐसा ही है क्या कभी Google Analytics में देखा है आपकी वेबसाइट या ब्लॉग पर कहाँ से ट्रैफिक आ रहा है. नहीं तो आज ही देखिये यहाँ रेफरल ट्रैफिक भी दिखेगा। जिस किसी भी वेबसाइट से बैकलिंक मिला होता है वहां से भी बैकलिंक मिलता है. यही Referral Traffic है. जैसा की नीचे स्क्रीनशोर्ट में देख सकते हो.
Backlink से होने वाले नुकसान
आपमें से कुछ लोग सोच रहे होंगे ये क्या अभी तो फायदा बताया अब नुकसान! जी हाँ शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है लेकिन लाभदायक भी है! जैसे आप 10ml Cough Syrup पीते हो यह फायदेमंद है. लेकिन, एक साथ पूरा बोतल ही जाओ तो क्या होगा वही होगा जो शराब पिने के बाद होता है. शायद समझ आ गया होगा Backlink से नुकसान कैसे होता है? एक उदहारण और अच्छी क्वालिटी का शराब एक नियत क्वांटिटी में पीना लाभदायक है लेकिन घटिया क्वालिटी का शराब पूरी बोतल पीने से किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह नहीं ऑपरेशन तक करवा देती है. ऐसे ही यहाँ होता है. यदि अच्छी वेबसाइट से बैकलिंक है तो यह वेबसाइट को रैंक करवाती है जबकि Low Quality Backlink कई ऑपरेशन करवाती है. जैसे जब वेबसाइट की रैंकिंग ख़राब हो जाएगी तो इसे चेक करो किस वेबसाइट से मेरा ब्लॉग या वेबसाइट लिंक है. इसके बाद इसे Google Webmaster में Disavow करन होता है.
एक बात और अति सर्वत्र वर्जयेत यह संस्कृत का एक श्लोक है. इसका मतलब है किसी भी काम का अति (बहुत ज्यादा) नहीं होनी चाहिए। अब वेबसाइट पर ट्रैफिक कुछ भी नहीं कंटेंट पोस्ट किया ही नहीं है बस रोज थोक के भाव में बैकलिंक बनाये जा रहे हो इससे भी परेशानी होगी। हर काम बैलेंस होना चाहिए। गूगल को ऐसा नहीं लगे की आप Spam कर रहे हैं.
Backlink Types in Hindi
बैकलिंक कितने तरह का होता है? यह जानना भी जरूरी है. क्यूंकि, हम यदि बैकलिंक बना रहे है तो हमें पता होना चाहिए हम किस तरह का बैकलिंक बना रहे हैं? बैकलिंक दो तरह का होता है. पहला Do Follow और दूसरा No Follow. वह भी इसके नाम से समझ आ गया होगा दोनों क्या है एक हाँ तो दूसरा ना. इसे कोड में कैसे लिखते हैं या यदि कहीं बैकलिंक बना हुआ है तो इसे चेक कैसे करें यह Do follow है या No Follow.
Do Follow Backlink
Do Follow Quality Backlink है. यह लिंक जूस पास करता है साथ ही सर्च इंजन बोट को भी लिंक से पास होने देता है. जब भी किसी वेबसाइट या ब्लॉग में कोई लिंक जोड़ा जाता है तो वह do follow होता है. जिससे Link Juice Pass होता है. Code Structure <a href=”https://www.gurujitips.in”>Best Hindi Blog</a>
No Follow Backlink
यह भी Quality Backlink ही है. यदि High DA PA Sites से No Follow Link भी मिलता है तो इससे रैंकिंग में फायदा मिलता है. Nofollow Backlink link juice pass नहीं करता इससे क्रॉलर दिए गए लिंक तक नहीं पहुंच पाता है. इससे ट्रैफिक जरूर मिल जाता है. जब भी किसी ब्लॉग पर कमेंट करते हो No Follow Link ही मिलता है. Code Structure <a rel=”nofollow” href=”https://www.gurujitips.in”>Best Hindi Blog</a>
Backlink चेक कैसे करें?
किसी website से बैकलिंक मिला है या कहीं अपना लिंक बना रहे हो तो उसे कैसे चेक करें यहाँ से Do Follow Backlink मिला है या No Follow Backlink मिला है. इसके लिए लिंक पर right click करना है. यहाँ सबसे नीचे inspect पर क्लिक करना है. नीचे या राइट साइड में दिख जायेगा लिंक का कोड यह लिंक Dofollow है या Nofollow. इन दोनों का कोड ऊपर दिया गया है जिससे पता कर सकते हो.
Some Terms used in Backlink
बैकलिंक की बात आती है, कई नए शब्द इसके साथ जुड़ जाता है उसे भी जानना बहुत जरूरी है.
- Anchor Text – इसे Hyperlink के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लिंक किसा काम के लिए दिया जा रहा है, जैसे लिंक तो दिया लेकिन यूजर और सर्च इंजन को तो पता होना चाहिए यहाँ क्लिक करने से कौन सा इनफार्मेशन मिलेगा। उदहारण Top 5 Best WordPress SEO plugin in Hindi यहाँ इस लिंक के लिए जो टेक्स्ट का इस्तेमाल किया गया है यही Anchor text है.
- Linking Root Domains – किसी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए आपने एक ही वेबसाइट के कई पोस्ट पर कमेंट किया सभी पोस्ट से बैकलिंक मिल रहा है. अब यदि उअस वेबसाइट से आपके ब्लॉग पर 100 बैकलिंक मिल रहा है तो भी यह एक Linking root Domain Count किया जाता है.
- Internal Links – इस ब्लॉग पोस्ट में कई अन्य ब्लॉग पोस्ट का लिंक दिया गया है जो इसी ब्लॉग का लिंक है. वैसा लिंक जिससे ब्लॉग पोस्ट एक दूसरे से कनेक्ट होता है Internal Links है.
- Low Quality Links – Harvested Sites, Automated Sites, Spam sites, Porn sites से मिलने वाला बैकलिंक Low Quality Backlink है. इससे बहुत नुकसान होता है. कुछ लोग बैकलिंक खरीदने बेचने का काम भी करते हैं ऐसे लोगों से सावधान रहे. यदि बैकलिंक खरीदते हैं तो ऐसे वेबसाइट से बिलकुल भी नहीं खरीदें।
Quality Backlinks कैसे बनायें?
कुछ सामान्य प्रक्रिया है जिससे क्वालिटी बैकलिंक बना सकते हैं इसके बारें में हम अगली पोस्ट में जानेंगें। तब तक कुछ बाटे आप फॉलो कीजिये।
- Unique Quality Content पोस्ट कीजिये।
- ब्लॉग को Web Directories में Submit कीजिये।
- ब्लॉग को सर्च इंजन में सबमिट कीजिये।
- ब्लॉग कमेंट कीजिये।
- Social Bookmarking कीजिये।
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Note – यदि Automatic Direct Submission का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे अभी बंद कर दें। Automatic Website Submission से Spam Score बढ़ जायेगा जिससे वेबसाइट रैंक होने में दिक्कत आ सकती है. ब्लॉग, सर्च इंजन से रिमूव भी किया जा सकता है.
Backlink Kya Hai इसके बारें में समुचित जानकारी देने की हमारी कोशिश कितनी सफल रही वह आपके कमेंट से ही पता चलेगा। अगली पोस्ट में High Quality Back Link कैसे बनाये इसके बारें में जानकारी शेयर की जाएगी। इस जानकारी से संबंधित कोई प्रश्न हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Dear sir
Thank you so much for this valuable information. I’m learning digital marketing and doing intern. Now I’m into link building and backlinks, which I’m starting feel is impossible. After reading this article, I started getting hope again.
Regards
Kumar Abhishek
hi,
very helpful post abhout backlink